चित्तरंजन -चिरेका अंतर्गत विभिन्न लेबर यूनियन के बैनर तले सैकड़ों चिरेका कर्मियों ने बुधवार को विभिन्न मांगों को लेकर स्टिल फॉउंड्री गेट के समक्ष लगभग 3 घंटे तक सैकड़ों कर्मचारियों ने हाथों से हाथ मिलाकर मानव बन्धन रैली प्रदर्शन किया ।
चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना में कार्यरत रेल कर्मियों ने महा प्रबन्धक पर आरोप लगाते हुए कहा कि चिरेका को साजिश के तहत निजीकरण की ओर धकेला जा रहा है , कमीशन खोरी चरम पर होने के कारण निजी कंपनियों को कार्य का ठेका देकर उन्हें लाभ पहुँचाया जा रहा है।
स्टॉफ काउंसिल के मेम्बर तथा आई.एन.टी.यु.सी वर्कर्स यूनियन के नेता नेपाल चक्रवर्ती ने आज विभिन्न सूत्री मांगों को लेकर चित्तरंजन के विभिन्न लेबर यूनियन की ओर से केंद्र सरकार एवं सीएलडबल्यू एडमिनिस्ट्रेशन को ललकारते हुए कहा कि हमारे मांगे पूरी करनी होगी और साथ ही चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना में कार्यरत सभी रेल कर्मियों को अपना अपना काम ठीक समय पर करना होगा और सभी यूनियन को एक मंच पर आना होगा ।
उन्होंने कहा कि न्यूनतम वेतन 24 हजार करना होगा इसके अलावा NPS को खत्म करना होगा , 9000 से 12000 HP लोको का प्रोडक्शन करने की क्षमता हम सभी में है लेकिन काम ठीक से नहीं दिया जारहा है । उन्होंने ये भी कहा कि बंद पड़ा अप्रेंटिस का भर्ती जल्द ही चालू करना होगा । बाहरी आउट सोर्सिग को बंद कर चित्तरंजन कारखाने में बन्द पड़ा हुआ विभिन्न शॉप को चालू कराना होगा । सभा को धन्यवाद ज्ञापन करते हुए एजिए स्टाफ इंद्रजीत सिंह ने कहा अगर हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो अबकी बार बड़ी धरने पर उतर आएंगे । मौके पर निर्मल मुखर्जी,देबासिश मजूमदार, प्रदीप बनर्जी , सत्यनारायण मण्डल ,समेत सैकड़ों संख्या में लोग मौजूद थे ।