चिरेका निजीकरण के विरोध में ऑल इंडिया एससी/एसटी एसोसिएशन का धरना प्रदर्शन के साथ सड़क जाम
सालानपुर। भारतीय रेल में निगमीकरण व निजीकरण के विरोध में शुक्रवार को ऑल इंडिया एससी/एसटी रेलवे एम्प्लाइज एसोसिएशन ने चिरेका महाप्रबंधक कार्यालय गेट के समक्ष शुक्रवार को धरना प्रदर्शन किया साथ ही प्रदर्शनकारियों ने बीआर अम्बेडकर एवेन्यु मुख्य मार्ग को लगभग एक घंटे तक जाम कर दिया।एसोसिएशन के सदस्यों ने इस दौरान महाप्रबंधक के माध्यम से रेल मंत्री पियूष गोयल के नाम ज्ञापन सौंपा।
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धरना प्रदर्शन के दौरान संयुक्त कार्य समिति के सदस्य व चिरेका के विभिन्न यूनियन के प्रतिनिधियों ने काला झंडा लेकर प्रदर्शन में भाग लिया। प्रदर्शन कर रहे एसोसिएशन के कार्यकर्ताओं ने कुछ देर के लिए चित्तरंजन अमलादही मुख्य मार्ग पर हाथों में काले झंडा लेकर सड़क जाम कर दिया। हालांकि इस दौरान वाहनों के चालकों ने अपना मार्ग बदलकर आवागमन किया।
प्रदर्शन के दौरान चिरेका एससी/ एसटी एसोसिएशन के अध्यक्ष एससी ब्रम्हा ने कहा कि रेल में बढ़ रहे निजीकरण को रोका जाना चाहिए। निजी क्षेत्र में अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के लिए आरक्षण का प्रावधान नहीं है।
रेल के निजीकरण करने से रोजगार के अवसर घटेंगे। कहा कि ऑल इंडिया एससी/एसटी रेलवे एम्प्लाइज एसोसिएशन ने रेलवे की सात उत्पादन इकाइयों का निगमीकरण कर इंडियन रेलवे रोलिंग स्टॉक कंपनी बनाने के प्रस्ताव के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है आगे भी यह लड़ाई जारी रहेगी। एससी/एसटी एसोसिएशन पूर्व से ही निजीकरण के खिलाफ कई लड़ाई लड़ चुकी है। हमारी यूनियन की मांग केन्द्र सरकार से है कि सभी सात उत्पादन इकाईयों के निगमीकरण के प्रस्ताव को तत्काल रद्द किया जाय व रेल में बढ़ रहे निजीकरण को रोका जाय। इसके अलावा निजी क्षेत्र में एससी/एसटी, ओबीसी व ईडब्लूएस को आरक्षण दिया जाय।
मजदूर यूनियन नेता प्रदीप मुखर्जी ने कहा कि चिरेका सहित अन्य सात रेलवे प्रोडक्शन युनिटों को केन्द्र सरकार व रेलवे बोर्ड के द्वारा 100 दिनों के एक्शन प्लान के माध्यम से निगमीकरण कर इंडियन रेलवे रोलिंग स्टॉक कंपनी बनाने का प्रस्ताव को कभी कामयाब नहीं होने दिया जायेगा।
मौके पर कर्मचारी संध, रेलवे मेंस यूनियन, ओबीसी, संयुक्त कार्य समिति सहित अन्य यूनियनों के प्रतिनिधियों ने केन्द्र सरकार के श्रमिक विरोधी नीति का घोर विरोध करते हुए कहा कि किसी भी कीमत पर रेलवे के उत्पादन इकाइयों को निजीकरण के हाथों में नहीं जाने देंगें। इसके लिए सड़क से संसद तक आन्दोलन किया जायेगा। इससे भी सरकार नहीं मानेगी तो रेलवे का चक्का जाम कर दिया जायेगा।
सभी नेताओं ने एक ही सुर में कहा कि रेलवे को बचाने के लिए सभी यूनियन को एक होना होगा। यह आन्दोलन को जन आंदोलन बनाया जायेगा। इस इस दौरान एसोसिएशन के क्षेत्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल कुमार साह, क्षेत्रीय सचिव एसपी मारांडी, कोषाध्यक्ष नरसिंह राम, प्रभु दास, संयुक्त कार्य समिति सदस्य आर एस चौहान, यूनियन के प्रतिनिधि गुलाब यादव, सत्यनारायण मंडल, एसके सिन्हा, एस एन सिंह, एस के लाहा, पप्पु शर्मा सहित सैकड़ों कार्यकर्ता व रेलकर्मी मौजूद थे। प्रदर्शन के दौरान भारी संख्या में आरपीएफ कर्मी व बंगाल पुलिस मौजूद थे।
चित्तरंजन जॉइंट एक्शन कमिटी की आह्वान पर रात्रि 8 बजे से साढ़े आठ बजे तक चिरेका निजीकरण के विरोध में ब्लैक आउट रहा। इस दौरान आवासीय कॉलोनी, दुकान, प्रतिष्ठान में लाइट आधा घण्टा तक बंद रखकर ब्लैक डे मनाया गया। जिससे पूरा चिरेका क्षेत्र अंधकारमय में तब्दील रहा।
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