डेको आउटसोर्सिंग ने 66 मजदूरों को तत्काल प्रभाव से किया बर्ख़ास्त
लोयाबाद। बाँसजोड़ा कोलियरी में संचालित आउटसोर्सिंग कम्पनी डेको ने शुक्रवार को 66 मजदूरों की छंटनी का लिस्ट जारी कर दिया।कम्पनी ने छंटनी के संकेत पहले ही दे चुका था।इस संबंध में 10 जनवरी को एक नोटिस भी जारी किया गया था। शाम 5 बजे कम्पनी ने छंटनी का लिस्ट नोटिस बोर्ड पर लगा दिया। नोटिस जारी होते ही,सभी मजदूरों ने काम बन्द कर कम्पनी के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। 66 मजदूरों में वॉल्वो ऑपरेटर,हेल्फर,साइडिंग हेल्फर, इलेक्ट्रिशियन,पम्प हेल्फर,ट्रिप काउंटर,इलेक्ट्रिक वेल्डर आदि टेक्नीशियन शामिल है।
विरोध में कम्पनी का काम बन्द
कम्पनी के इस फैसले से मजदूरों में खासी नाराजगी है। तमाम मजदूरों एक होकर कम्पनी के निर्णय का विरोध कर नारेबाजी कर रहे है। मजदूरों का कहना है कि कुल 8 मशीन यहाँ काम करती थी। इस समय भी 6 मशीनें चल रही है। डंपिंग की जगह भी बीसीसीएल ने मोहैया करा दिया।फिर कम्पनी ने मजदूरों के पेट पर लात मारना ही बेहतर समझा। कहा किसी भी कीमत पर यह छंटनी बर्दाश्त नहीं होगा।सभी मजदूरों को काम देना होगा।नही तो कम्पनी पूरी तरह काम बन्दकर यहाँ से चले जाएं।
लाखों नुकसान हो रहा है कम्पनी को अरविंद चौधरी ऑफिसर इंचार्ज
कम्पनी की माने तो जमीन की कमी की वजह से कम्पनी का लाखों का नुकसान हो रहा है।9 मशीनें में मात्र तीन मशीन चल रही। कुल 309 मजदूर यहाँ काम करते है जिसे पेमेंट 65 लाख रुपये है।वाहन आदि का मिलाकर कुल एक करोड़ खर्च आजा रहा है। कम्पनी यह बर्दाश्त नहीं कर पा रही है।ऑफिस इंचार्ज अरविंद चौधरी ने कहा कि 40 प्रतिशत जमीन मिली है। 60 प्रतिशत जमीन अभी बाकी है। डम्पिं यार्ड की कमी है।बीसीसीएल के अधिकारी सिर्फ हवा में बात कर रहे हैं कि 98 प्रतिशत जमीन मोहैया करा दी गई है। उन्होंने कहा कि अब सब कुछ बीसीसीएल पर निर्भर है। मामले को सुलझाए। हालांकि इस संबंध में बीसीसीएल ने पलड़ा झाड़ लिया है। कहा ये कम्पनी के मेटर है।वो खुद समझे
संयुक्त मोर्चा कल से बैठेगा धरना पर
छंटनी के खिलाफ संयुक्त मोर्चा कल यानि शनिवार से धरना देने के एलान किया है।धरना कम्पनी कार्य स्थल पर होगा। संयुक्त मोर्चा की माने तो मजदूरों की छंटनी बर्दाश्त नहीं होगा।कम्पनी को नुकसान हो रहा है तो यहाँ काम पूरी तरह बन्द कर चले जाएं।
जीएम ने पल्ला झाड़ा
जीएम ए द्विवेदी का कहना है कि छंटनी की मुझे जानकारी नहीं है। छंटनी कंपनी ने किया है। कंपनी के लोगों से पूछे मैं कुछ नहीं बता सकता हूँ। नोटिस में कहा गया है कि जिस तरह से कंपनी का काम चलना चाहिए था नहीं चल रहा है इसलिए छंटनी किया जा रहा है मैं इस पर कुछ नहीं कह सकता।