धनबाद। गुरुवार को छत्तीसगढ़ के कांकेर में सेना के जवानों और नक्सलियों में हुए मुठभेड़ के दैरान सेना के शहिद हुए 4 जवानों में एक धनबाद कोयलाञ्चल का लाल इशरार खान भी शामिल है। वीर शहीद इशरार खान की शहादत की खबर मिलते ही पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गयी। झरिया के तीसरा थान क्षेत्र के साउथ गोलकडीह निवासी मोO आज़ाद का 25 वर्षीय पुत्र मोO इशरार खान की बहाली वर्ष 2013 में हुई थी। पिता मोO आज़ाद ने कहा कि बेटे के शहादत का दुःख तो है पर भारत माँ की सुरक्षा में शहादत पाने के साथ परिवार सहित पूरा कोयलाञ्चल एक बार गौरान्वित हुआ है। शहिद इशरार के खान की पिता मोO आज़ाद साइकिल से आसपास के इलाके में बिस्कुट और चॉकलेट की फेरी करते हैं। स्वभाव से मिलनसार इशरार खान की शहादत से आसपास के सभी लोगों की आँखें नम है तो वहीं माँ सहित तीन भाई का रो-रो कर बुरा हाल है।
शहादत की खबर सुनते ही घर के समीप इकट्ठा हो गए लोग
बताया जाट है कि बाजार में शहीद के भाई को किसी ने जानकारी दी कि उसके भाई इशरार खान की शहादत हो गयी है। जिसके बाद वह घर पहुँच सबसे पहले इसकी जानकारी अपने पिता व अन्य भाईयों को दिया।
लोदना में हुई थी इशरार की प्रारंभिक शिक्षा
लोदना हाई स्कूल में शहीद सेना के जवान इशरार खान ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी की। यहाँ से मैट्रिक पास करने के बाद झरिया के आरएसपी कॉलेज से उसने इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी की
कल होगा शहीद इसरार खान का सुपुर्द ए खाक
शहीद के परिवार को संतावना देने पहुँचे धनबाद के एसडीएम ,सिंदरी डीएसपी प्रमोद केशरी सहित सभी थाने कि पुलिस।शहीद की माँ ने एसडीएम से कहा एक ही बेटा था कमाने वाला ,वो भी देश के लिए शहीद हो गया ,अब परिवार का भरण पोषण कैसे होगा ,एसडीएम ने शहीद की माँ को संतावना देते हुए कहा राज्य ,सरकार और केंद्र सरकार हर सम्भव मदद करेगी ,पूरा देश शहीद परिवार के साथ खड़ा है।वही मीडिया से बातें करते हुए एसडीएम ने कहा छत्तीसगढ़ गढ़ से शहीद का पार्थिव शरीर रांची पहुँचेगा ,उसके बाद शहीद का पार्थिव शरीर हजारीबाग बीएसफ कैंप ले जाया जाएगा ,जहाँ बीएसएफ के जवान शहीद को सलामी देंगे ,उसके बाद शनिवार सुबह 4 बजे हजारीबाग से शहीद का पार्थिव शरीर धनबाद के लिए रवाना होगा ,लगभग सुबह 7 बजे शहीद का पार्थिव शरीर धनबाद पहुँचेगा ,जहाँ जिला प्रशासन के द्वारा शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा ,उसके बाद शहीद के पार्थिव शरीर को तीसरा थाना के साउथ गोलकडीह उसके निवास स्थान पहुँचेगा।निवास स्थान में शहीद को पुष्पांजलि दी जाएगी ,जिसके बाद पूरे सम्मान के साथ मिट्टी के लिए पार्थिव शरीर को होरलाडीह कब्रिस्तान ले जाया जाएगा ,जहाँ शहीद का अंतिम सँस्कार होगा।