रानीगंज अनुसंधान केंद्र का दोबारा शुभारम्भ
रानीगंज -धनबाद स्थित सीएसआईआर-केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान की रानीगंज अनुसंधान केंद्र में कोयला प्रक्रमण इकाई का उद्घाटन तथा पौधारोपण आसनसोल कॉरपोरेशन के मेयर जीतेन्द्र तिवारी ने की. इसके साथ ही उपस्थित अतिथियों ने भी एक-एक फल के गाछ लगाए. इस दौरान उन्होंने कहा कि ऐसे संस्थानों के लिए निगम प्रशासन हर तरह के सहयोग को तत्पर हैं, यह काफी दिनों से बंद पड़ी थी, जिसे आज खोला गया है. कोयला उद्योग के उपभोक्ताओं के साथ-साथ ईसीएल को भी इसका भरपूर लाभ पहुँचेगा.
पर्यावरण सुरक्षा के लिए वृक्षों को सहेजे
उन्होंने पर्यावरण प्रदूषण पर कहा कि इस दिशा में हम सभी का कर्तव्य बनता है, इसलिए हमसबो को एकजुट होकर पर्यावरण प्रदूषण से संघर्ष कर इसे समाप्त करने की दिशा में कदम बढ़ाना होगा. सिर्फ पौधे लगा देने भर से इस समस्या का हल होने वाला नहीं है, बल्कि जो पौधे लगाए गए है या जो वृक्ष पहले से है उनकी रक्षा की जाए. साथ ही पर्यावरण को नुकसान पहुँचाने वाले चीजो का बहिस्कार करे. धनबाद से आये अनुसंधान के निर्देशक पीके सिंह ने कहा कि किसी कारणवश वर्ष 2008 में इस अनुसंधान केंद्र को बंद कर दीया गया था. इसके बावजूद अनुसंधान का सारा कार्य धनबाद से हो रहा था, जिससे काफी परेशानियाँ आ रही थी. अब इस अनुसंधान के यहाँ होने से इस क्षेत्र के तमाम ईसीएल अनुषंगी इकाइयों को लाभ पहुँचेगा. वर्तमान में यहाँ दो वैज्ञानिको के साथ आठ टेक्निकल इंजीनियर भी रहेंगे, धीरे-धीरे और इसका विस्तार किया जाएगा. इस अवसर पर डॉ.बी.सिंह, डॉ.मनीष कुमार, डॉ. एनके वर्मा, डॉ. बीपी साहू, डॉ.गौरी चरण, डॉ. हरीश हिरानी प्रमुख रूप से उपस्थित थे.