कोयला क्षेत्र निजीकरण को लेकर श्रमिक संगठन एकजुट
नियामतपुर -ईसीएल सोदपुर क्षेत्र के बैजडीह कोलियरी प्रांगन में श्रमिक संगठन कोयला मजदूर कांग्रेस (केएमसी) की ओर से केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय कोयला उद्योग को निजीकरण किये जाने के विरोध में शुक्रवार को लालू यादव की अध्यक्षता में एक सभा आयोजित की गई। जहाँ काफी संख्या में केएमसी प्रतिनिधि शामिल हुए। इस दौरान केएमसी के महामंत्री आरके त्रिपाठी ने कहा कि केंद्र सरकार की नई आर्थिक नीति से कोयला उद्योग और इसमें कार्यरत श्रमिकों पर संकट के बादल मंडरा रहे है, जिसे रोकने के लिए सभी ट्रेड यूनियन श्रमिक संगठनों ने आगामी 16 अप्रैल को कोयला क्षेत्र में देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है, जिसमें सभी श्रमिक शामिल होकर इस हड़ताल को सफल करे, ताकि केंद्र में बैठी मोदी सरकार को हम श्रमिकों की ताकत का अंदाज हो सके और वे सोचने पर मजबूर हो जाए कि यदि कोयला उद्योग का निजीकरण नहीं रोका गया तो उनकी सत्ता धरातल पर आ सकती है.उन्होंने ईसीएल अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सर यदि निजीकरण हुआ तो शोषण आपका भी होगा, आपको भी क्वार्टर से निकाल दिया जायेगा और सारी सुविधाओ से आपलोग भी वंचित हो जाएँगे, इसलिए इस हड़ताल को हम सभी मिलकर सफल बनाये।
हम श्रमिक संगठन हैं ना कि राजनीतिक पार्टी
उन्होंने कहा कि जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी तो इंटक ने श्रमिक हित में विरोध किया था, बंगाल में माकपा की शासनकाल में माकपा श्रमिक संगठनों ने श्रमिकों के लिए अपनी ही पार्टी के विरुद्ध मोर्चा खोला था और आज केंद्र में जब भाजपा की सरकार है तो बीएमएस भी भाजपा सरकार का विरोध कर रही है। यानी हम श्रमिक संगठन हैं ना कि राजनीतिक पार्टी, इसलिए जब-जब श्रमिकों पर अत्याचार होगा, उनका शोषण होगा और कोयला उद्योग खतरे में होगा तो सभी मिलकर विरोध करेंगे और तब तक संघर्ष करेंगे जबतक श्रमिकों का हक़ ना मिल जाए। इस दौरान केएमसी के अध्यक्ष राकेश कुमार, महामंत्री आरके त्रिपाठी, सहायक माहमंत्री एचएल सोनी, केन्द्रीय सचिव कुलदीप महतो, कोषाध्यक्ष बोध नारायण सिंह, मिठानी शाखा सचिव रामबदन राम, चिनाकुड़ी सचिव शिवजी ओझा, अचिंतो पत्रों, पटमोहना के संतोष ओझा, माउथडीह के बिनोद गिरी, रामाशीष शर्मा आदि उपस्थित थे।
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