पूरा देश जहाँ कोराना महामारी से एकजुट होकर लड़ रहा है वहीं प्रधानमंत्री अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए टोटके का सहारा ले रहे हैं कियुंकी इन्होंने ना तो कोराना का इलाज करने वाले डाक्टरों को पोशाक दिया और नाही जरूरी दवा व अस्पतालों में आईसोलेशन वार्डों व आधुनिक तरीके से कोराना वायरस से जुझने वाले उपकरणों की व्यवस्था की है।
यह बातें पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने कह उन्होंने कहा कि हम चाहते थे कि प्रधानमंत्री अपने संदेश में एक बार भी देश के कोने-कोने में फंसे भूखे गरिब मजदूरों को राहत पहुँचाने या उनके देखभाल की बात करेंगे। मगर वह कभी थाली लोटा तो कभी टार्च मोमबत्ती जलाने की बात कर लोगों को असली मुद्दा से ध्यान भटकाकर जादू टोना व टोटके का सहारा ले रहे हैं। जिसे पुरी दुनिया में विज्ञानिको और डाक्टरों ने नकार दिया है ।
फुरकान अंसारी ने यह भी कहा कि झारखंड के मजदूर और जरूरतमंदों की सहायता के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बात करना चाहते हैं। मगर मोदी जी उन से बात नहीं करते झारखंड से भेदभाव कर रहे हैं ।क्या झारखंड भारत का हिस्सा नहीं है।