सालानपुर के अल्लाडी में गुरुवार को सालानपुर कृषि विभाग द्वारा स्थानीय किसानों को उन्नत फसल उपज तथा अत्याधुनिक कृषि उपकरण के लिए विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इसमें मेहनत और लगन के साथ प्रशिक्षण ले रहे ब्लॉक के 30 किसानों को फसल फैलने के बाद उसकी देखभाल तथा किटाणुओ से कैसे बचाया जाए एवं किस फसल में किस मात्रा में कीटनाशक औषधिि दिया जाए, इसके बारे में विशेष प्रशिक्षण दिया गया।
साथ ही आत्मा द्वारा संचालित अल्लाडी के महिला गोष्ठी को मशरुम तैयारी करने की जानकारी दी गई। इसके साथ ही मशरूम तैयार करने में उपयोग होने वाली सामग्री स्प्रे, अल्युमीनियम गमला, किटनाशक औषधि इत्यदि प्रदान की गई। मौके पर सालानपुर कृषी अधिकर्ता चंदन कोनार ने किसानों को खेती करने की प्रक्रिया तथा किस जमीन में कैसा फसल उगेगा उसकी जाँच की विधि विस्तार से बताई।
उन्होंने आत्मा प्रकल्प द्वारा दिए गए हॉटी कल्चर, एग्रिकल्चर, बेलडिओ, फिशरी के के आलवे धान, गेंहू, भुट्टा, केला की खेती एवं हंस, मुर्गी, मछली पालन की भी जानकारी दी। किसानों को अलग-अलग ऋतुओं में किस तरह नर्सरी बेड बनाई जाती है, इसकी जानकारी भी दी गई। चंदन कोनार ने कहा कि सरकार द्वारा किसानों के हित में अनेक योजनाएँ चल रही है। जिससे किसानों को काफी फायदा मिल रहा है।
आत्मा के जरिए किसानों को विभिन्न प्रकार का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसका लाभ किसानों को उठाना चाहिए। कृषक खेती के लिए सालानपुर कृषि दफ्तर द्वारा बृहस्पतिवार को कुल 200 से अधिक चना, मसूर, खेसारी के बीज दिया गया। मौके पर डेप्युटी डायरेक्टर ऑफ एग्रिकलचर पश्चिम बर्द्धमान सागर बनर्जी, जामुड़िया एडीए सुमित पांजा, उदयन दास (बी.टी.एम. आत्मा), सूरज प्रसाद नुनिया समेत ब्लॉक किसान उपस्थित थे।