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एक ही दिन में कहीं गोलीबारी तो कहीं घर में घूसकर मचाया लूटपाट

लूटेरों के पिटाई से घायल व्यक्ति, एवं खून से साने कपड़े दिखाते हुये एक युवक

संरक्षित चित्तरंजन रेल नगरी की सुरक्षा पर लगा सवालिया निशान

डेकोरेटर्स व्यवसायी के अपहरण का प्रयास, एक ही दिन में कहीं गोलीबारी तो कहीं घर में घूसकर मचाया लूटपाट

जामताड़ा, ब्यूरो चीफ। एक तरफ जहाँ लोकसभा चुनाव की गर्मागर्मी हैं वहीं दूसरी तरफ संरक्षित चित्तरंजन रेल नगरी में अपराधियों के तांडव से यहाँ की सुरक्षा व्यवस्था सवाल के घेरे में आती दिखाई दे रही है। एक ही दिन शहर में घटी दो बड़ी लोमहर्षक घटना ने चित्तरंजनवासियों में दहशत पैदा कर दी है।

बीते सोमवार 8 अप्रैल की रात चिरेका नार्थ मार्केट के स्ट्रीट संख्या 72 , आवास संख्या 20, में रह रहे डेकोरेर्टस व्यवसायी 62 वर्षीय सुभाष चन्द्र बोस के यहाँ छह सात की संख्या में सशस्त्र अपराधियों ने धावा बोल दिया तथा बंदूक की नोंक पर डरा धमकाकर 3 लाख रुपये की मांग की , इंकार करने पर उसे बुरी तरह से पीटा। जिसके कारण बोस को सिर, मुँह, हाथ एवं पैर में गंभीर चोटें आयी हैं। इस सबंध में चित्तरंजन थाना में एफआईआर दर्ज किया गया है।

बंदूक की नोक पर मांगे तीन लाख , नहीं देने पर किया अपहरण

घटना के बारे में भुक्तभोगी बोस ने बुधवार को बताया कि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि सोमवार रात लगभग 8 बजे वे अपने आवास के बाहर चहलकदमी कर रहे थे। तभी छह सात की संख्या में आये अपराधियों ने घेर लिया और 3 लाख रूप्ये बंदूक की नांक पर मांग करने लगा। एटीएम तथा दो मोबाइल छीन लिया। मैनें कहा कि एकाउंट में पैसे नहीं हैं तो कहाँ से दें। वे लोग नहीं माने और मुझे मोटरसाइकिल में जबरन अपहरण कर ले गये।

मोटरसाइकिल से कूदकर लुटेरों के चंगुल से छूटे

इसी क्रम में ट्रक्सन मोटर कारखाने के गेट के पास पहुँचते ही मैं चलती मोटरसाइकिल से कूदकर कारखाने के अंदर आरपीएफ के पास चला गया और अपनी जान बचायी। इसके बाद आरपीएफ के सहयोग से चित्तरंजन पुलिस ने मुझे कस्तूरबा गाँधी अस्पताल में भर्ती कराया जहाँ मेरे सिर पर तीन तथा ठोढ़ी पर भी तीन टांके लगे हैं। हाथ में गंभीर चोट के कारण पट्टी बंधी है तथा पैर भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। उन्होंने आगे बताया कि जब मुझे अस्पताल में भर्ती कराया गया उस वक्त मेरे आवास से लूटेरे मेरी मोटरसाइकिल भी ले भागे।

रिटायर्ड कर्मियों को अपराधी बना रहे हैं निशाना

उनका कहना है कि जो लोग चिरेका से रिटायर्ड हो रहे हैं अपराधी उसे टारगेट कर वसूली करने में जुटे हैं। विदित हो कि इस घटना के बाद ही चित्तरंजन 31 नम्बर रास्ते पर गोलीबारी तथा मारपीट की घटना से चिरेका नगरी में सनसनी फैल गयी थी। चित्तरंजन तृणमूल अध्यक्ष श्यामल कुमार गोप ने संरक्षित रेल नगरी की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि चित्तरंजन के पॉकेट गेटों को अविलम्ब बंद नहीं किया गया तो झारखंड से अपराधी यहाँ आकर तांडव करते रहेंगे।

Last updated: अप्रैल 10th, 2019 by Om Sharma