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जर्जर स्कूल भवन, खतरे में बच्चे, चिंतित अभिभावक

जर्जर स्कुल भवन

सालानपुर -शासन शिक्षा के विस्तार एवं स्कूलों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की पढ़ाई के प्रति गंभीरता तो दिखा रहा है, मगर उनकी सुविधाओं की तरफ ध्यान नहीं दे रहा। चिरेका नगरी के हॉस्पिटल कॉलोनी रोड स्थित पूर्व सुन्दर पहाड़ी प्राथमिक विद्यालय इसका जीता-जागता उदाहरण है। चिरेका नगरी में स्थित प्राथमिक विद्यालय प्री-प्राईमारी से पाँच तक की कक्षाएं संचालित होती है, जिसमें 53 बच्चे रजिस्टर में दर्ज हैं। यह स्कूलभवन 61 वर्ष पुरानी है। इस स्कूल का निर्माण चित्तरंजन रेल कारखाना (चिरेका) के समय हुआ था, तभी से कक्षाएं संचालित हो रही हैं।

वर्षों पुराने इस भवन की छत व दीवारों में दरारें पड़ चुकी हैं और बरसात में पानी टपकता है। पानी गिरने से शिक्षण कार्य भी प्रभावित होता है और स्कूल आने वाले बच्चों की संख्या घट जाती है। जीर्ण-शीर्ण हो चुके इस पुराने भवन के गिरने का भी खतरा बना रहता है। प्राथमिक विद्यालय की जीर्ण-शीर्ण हालात पर शिक्षा विभाग एवं प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है और ना ही उन्हें मासूम बच्चों की चिन्ता है। बच्चों को यह भी पता नहीं है कि वह जहाँ पर पढ़ रहे हैं वहाँ पर खतरा मंडरा रहा है। खस्ताहाल भवन में बच्चे डर कर पढ़ाई करते हैं कि कहीं कोई हादसा न हो जाए।

स्कुल में पढ़ते बच्चे

शिक्षा विभाग को इस बात की कोई चिंता नहीं हैं। बच्चे ऐसी छत के नीचे पढ़ाई करने को मजबूर हैं। वर्षों से मरम्मत नहीं होने के कारण स्कूलों की ऐसी स्थिति हुई हैं। छात्रों के अभिभावक न सिर्फ स्कूलों में सुविधाओं के अभाव के चलते परेशान हैं, बल्कि भवनों की खस्ता हालत ने भी उन्हें चिंता में डाल दिया हैं। अंदरूनी इलाकों के स्कूल भवनों को देखकर ही उसकी हालत का अंदाजा लगाया जा सकता हैं। स्कूल के छात्र के अभिभावकों का कहना हैं कि प्राइवेट स्कूलों में अपने बच्चों को पढ़ाने का साम‌र्थ्य नहीं हैं। ऐसे में सरकारी स्कूल भी खस्ताहाल होंगे तो बच्चों का भविष्य कैसे बनेगा। क्या प्रशासन को इस बात की चिंता नहीं हैं?

स्कूल के प्रधान शिक्षिका अपर्णा नाथ ने बताया दिनांक 12.06.17 को इस समस्या को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों समेत चिरेका के अधिकारीयो को लिखित अवगत कराया गया, चिरेका अधिकारीयो ने उन्हें इसकी मरम्मत के लिए आश्वासन दियाथा. लेकिन एक साल बीतने के बाबजुद भी कोई मरम्मत कार्य नहीं हुआ. इसी गम्भीर परिस्थितियों में बच्चों को पढाया जा रहा है । इस संबंध में स्कूल सर्कल इन्स्पेक्टर प्रसेनजीत बारीक ने कहा कि इस संबंध में उन्हें अभीतक ऐसी कोई सूचना नहीं मिली है, लेकिन सभी स्कूल से स्कूल कारिपोर्ट मंगा गया है। जानकारी मिलने से स्कूल का निरीक्षक करने के बाद जल्द ही मरम्मत कार्य किया जायेगा।

Last updated: सितम्बर 7th, 2018 by kajal Mitra