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पूर्व सैनिकों ने दी कारगिल युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि

‘रील हीरो’ के बजाय ‘रीयल हीरो’ को प्रेरणास्रोत बनाने का संदेश

बोकारो। अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के तत्वावधान में बोकारो के पूर्व सैनिकों, समाजसेवियों, गणमान्यजनों एवं बड़ी संख्या में आमलोगों ने गुरुवार को कारगिल विजय दिवस का आयोजन किया।

नगर के सेक्टर-1 स्थित सिटी पार्क में श्रद्धांजलि सभा के साथ इस दिवस को मनाया गया। सिटी पार्क के शहीद उद्यान में विपरीत मौसम के बावजूद भारी संख्या में लोग तिरंगे के साथ शामिल हुए और राष्ट्रभक्ति के भाव से ओत-प्रोत हो कारगिल युद्ध के वीर शहीदों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। बारी-बारी से लोगों ने शहीद स्मारक पर पुष्पार्चन किए और शहादत को सिर झुकाकर नमन किया।

सैनिक ही देश के सच्चे नायक : डीडीसी

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिले के विकास उपायुक्त रवि रंजन मिश्रा ने पूर्व सैनिकों के इस आयोजन को सराहते हुए शहीदों के प्रति सदैव सम्मान का भाव बनाए रखने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि सही मायने में देश का अगर कोई नायक है तो वह सरहद पर तैनात सैनिक ही है। अपना सर्वस्व न्योछावर कर देश की रक्षा में दिन-रात समर्पित सैनिक ही ‘रीयल हीरो’ हैं और हमारे देश के युवाओं को ‘रील हीरो’ के बजाय ‘रीयल हीरो’ को अपना प्रेरणास्रोत बनाना चाहिए।

विशिष्ट रूप से उपस्थित 1971 की लड़ाई के दौरान जनरल करियप्पा के साथ रणनीति की योजना बनाने वाले पूर्व सैनिक श्री राधाकृष्ण सिंह, कारगिल की लड़ाई में तैनात सेना मेडल से सम्मानित कैप्टन गौरीशंकर ने भी कारगिल लड़ाई से संबंधित अपने अनुभव साझा किए।

कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद की बोकारो इकाई के महासचिव राकेश मिश्रा ने कहा कि परिषद के बैनर तले प्रतिवर्ष बोकारोवासी कारगिल विजय दिवस पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन करते हैं।

मौके पर पूर्व सैनिक सेवा परिषद कार्यसमिति के सभी सदस्य एवं प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश्वर सिंह सहित, मुन्ना प्रसाद, गंगेश्वर तिवारी, बसंत मिंज, दीपक कुमार, अनिल शर्मा, कार्तिक कुम्हार, चंदन कुमार, संतोष कुमार, सरयू शर्मा, देव प्रकाश सिंह व शैलेन्द्र तिवारी के अलावा, राजेश ओझा, शैलेश प्रसाद सिंह, लक्ष्मीकांत राय, चैतन्य श्री, शक्ति पाण्डेय, राजेश दुबे, शुचि कोठारी, राजेश्वरी सुरेश, अर्चना कुमारी के साथ-साथ बड़ी संख्या में आमलोग मौजूद थे।

Last updated: जुलाई 26th, 2018 by Ravi kumar Verma