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काजोड़ा एरिया के हरिशपुर गाँव में धसांन ने गांववालों की नींद उड़ाई, पुनर्वास के लिए आंदोलन, हाईवे जाम किया

काजोड़ा एरिया के हरिशपुर गाँव में पिछले पाँच दिनों से लगातार धसांन की घटना ने गाँव वालों की निंद उडा कर रख दिया है। सोमवार की रात तो धसांन ने विकराल रूप धारण कर लिया। जिससे कई बड़ी-बड़ी भवन और तृणमूल कॉंग्रेस के कार्यालय भी धसांन में चले गए । घटना के बाद गाँव वाले अपनी जान बचाने के लिए सामान लेकर भागने लगे।


सोमवार की सुबह घटना की जानकारी मिलने के बाद माकपा के तीन वर्तमान विधायक रनानीगंज के रूनु दत्ता,जामुड़िया विधायक जहाँआरा खान, दुर्गापुर पूर्व के विधायक संतोष देवराय और एक पूर्व विधायक गौरांग चटर्जी,माकपा पश्चिम बर्द्धमान जिला कमिटी के सदस्य प्रबीर मंडल,के अलावे अन्य जिला के नेतागण हरिशपुर गाँव पहुँच कर गाँव वालों से मिले और गाँव की पुनर्वास की मांग पर काजोड़ा मोड़ महाप्रबंधक कार्यालय के पास अंडाल थाना से दो सौ फीट की दूरी पर राष्ट्रीय राज्य मार्ग जाम कर आंदोलन किया।

एक घंटे बाद अंडाल थाना प्रभारी पार्थो घोष, सीआई बी देवज्योती साहा, एसीपी इस्ट सपन दत्ता आंदोलन स्थल पर पहुँच कर सभी को समझाबुझा कर जीटी रोड से जाम  हटाया, लेकिन महाप्रबंधक कार्यालय पर आंदोलन जारी रहा।

घटना के संबंध में गाँव के कांचन चौधुरी, रघुनाथ कोल और गौतम गोप ने बताया कि गाँव के लोगों का तत्काल पुनर्वास करना होगा चाहे राज्य सरकार करे या फिर ईसीएल करे।

गाँव को लेकर शनिवार को दुर्गापुर एसडीओ कार्यालय में जो बैठक हुआ था। उस बैठक में इसीएल और एडीडीए ने छः माह का समय लिया है  पुनर्वास के लिए, लेकिन तत्काल जो घटना घट रहा है अभी गाँव वाले क्या करेंगे कहाँ जाएंगे। ,लोग खुद अपनी जान बचाने में लगे हुए हैं। रहने का कोई स्थाई ठिकाना अभी तक ना ही इसीएल ने किया है और ना ही एडीडीए ही कर रही है। अगर तत्काल हमारी व्यवस्था नहीं हुई तो हमलोग सभी सड़क पर उतरेगें।

इधर घटना के संबंध में काजोड़ा एरिया के महाप्रबंधक जेसी राय ने बताया कि गाँव के लोगों को तत्काल घर की व्यवस्था रहने के लिए किया जा रहा है।

22 से 24 परिवार को इसीएल का घर दे दिया गया है बांकी के नामों का लिस्ट गाँव वाले दे रहा है । जहाँ-जहाँ कंपनी का घर खाली है, वहाँ रहने के लिए घर दिया जा रहा उसके बाद भी अगर घर कम पड़ेगा तो राज्य सरकार स्कूल खुलवायेगी ताकि लोगों को सुरक्षित कर लिया जाय उसके बाद जल्द स्थाई पुनर्वास भी की जायेगी।

Last updated: जुलाई 21st, 2020 by Shivdani Kumar Modi