सोमवार को निकलेगा रानीगंज में अखाड़ा , दो समिति का बहिष्कार , रूट बदले जाने से रौनक घटने की बात
रानीगंज की ऐतिहासिक बहुत पुरानी परंपरा पर आधारित रानीगंज का महावीर झंडा अखाड़ा में अब पहले वाली रौनक नहीं रह गयी है । अखाड़ा रूट बदले जाने से अब अखाड़ों की संख्या में भी कमी आई है और युवाओं में उत्साह भी घटा है , ये बातें बताई महावीर व्यायाम समिति के सदस्य व सामाजिक कार्यकर्ता राजेश सराफ़ ने । उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी महावीर व्यायाम समिति अखाड़े में हिस्सा नहीं ले रही है ।
पुलिस -प्रशासन हुई मुस्तैद
रानीगंज का महावीर आखाडा सोमवार 14 अक्टूबर को निकाली जाएगी। इस खाड़ा को लेकर पुलिस प्रशासन जहाँ पूरी तैयारी में जुटी हुई है वहीं दूसरी ओर अखाड़ा कमिटी की ओर से तैयारी जोर शोर से की जा रही है ।
सामाजिक कार्यकर्ता एवं काली तल्ला अखाड़ा के संयोजन कर्ताओं में रामजी केसरी ने बताया कि रानीगंज के अखाड़ा का ऐतिहासिक महत्त्व है। उत्सव के रूप में यहाँ अखाड़ा मनाई जाती रही है और अखाड़ा को निकालने से पूर्व झंडा फहराने की परंपरा है। रानीगंज थाना के प्रभारी संजय चक्रवर्ती ने बताया कि महावीर अखाड़ा को लेकर तैयारियाँ पूरी कर ली गई है।
रानीगंज थाने में एक बैठक भी अखाड़ा कमिटी की साथ में की गई थी उन्होंने बताया कि सभी अखाड़ा रानीगंज के विभिन्न अंचलों से निकलेंगे और सभी अर्जुन पट्टी होते हुए मारवाड़ी सनातन विद्यालय के सामने अपना करतब दिखाएंगे वहीं पर मंच बनाई गई है ।
सांप्रदायिक हिंसा के कारण बदला गया रूट
इस बार 6 अखाड़ा निकाले जाएँगे लेकिन यहाँ के दो बड़े अखाड़े नवयुवक संघ व महावीर व्यायाम समिति का अखाड़ा नहीं निकल रहा है। पाठकों को मालूम हो कि रानीगंज में पिछले वर्ष भड़के सांप्रदायिक हिंसा के कारण एहतियात के तौर पर प्रशासन ने अखाड़ा का रूट बदल दिया है जिसका कई आखाडा समितियों ने विरोध किया । इसी कारण से कई अखाड़ा समितियों ने अब इस अखाड़े का बहिष्कार कर दिया है ।
अपने आस-पास की ताजा खबर हमें देने के लिए यहाँ क्लिक करें
Copyright protected
पश्चिम बंगाल की महत्वपूर्ण खबरें
Quick View
झारखण्ड न्यूज़ की महत्वपूर्ण खबरें
Quick View