जोड़ापोखर थाना प्रभारी के खिलाफ ग्रामीणों ने सूबे के मुखिया से की शिकायत
*जोड़ापोखर थाना प्रभारी पर ग्रामीणों ने लगाए गंभीर आरोप, मुख्यमंत्री से की कार्रवाई की मांग*
*थाने में डर, न्याय की जगह मिलता है अपमान*
*ग्रामीणों द्वारा लगाया गया आरोप बेबुनियाद – थाना प्रभारी*
जोड़ापोखर । धनबाद जिले के जोड़ापोखर थाना अंतर्गत श्रीमोहन के ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। ग्रामीणों ने थाना प्रभारी राजेश प्रकाश सिन्हा के खिलाफ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक लिखित शिकायत भेजी है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि उक्त थाना प्रभारी अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं और ग्रामीणों के साथ खुलेआम अत्याचार, अभद्रता एवं भयादोहन कर रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार, राजेश प्रकाश सिन्हा ने वर्ष 2024 के होली के समय जोरापोखर थाना का कार्यभार संभाला था। उनके पदस्थापन के बाद से थाना की छवि और कार्यप्रणाली में गिरावट आई है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि थाना में अब पीड़ितों की सुनवाई नहीं होती, बल्कि यदि कोई व्यक्ति अपनी समस्या लेकर थाना जाता है, तो उसे गालियाँ दी जाती हैं, डराया-धमकाया जाता है, और कई बार मारपीट भी की जाती है। शिकायत पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि थाना प्रभारी राजेश सिन्हा के खिलाफ धनबाद न्यायालय में कई केस दर्ज हो चुके हैं, जिनमें कुछ प्रमुख केस नंबर सी०पी० केस नं0-920/2025, सी०पी० केस नं0-292/2025, सी०पी० केस नं0-10200/2024, सी०पी० केस नं0-19837/2025 ग्रामीणों का दावा है कि ये केवल कुछ मामले हैं। जबकि बीते एक वर्ष में थाना प्रभारी के खिलाफ अनेक मौखिक एवं लिखित शिकायतें एसएसपी कार्यालय तक भी पहुंची हैं। परंतु अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि थाना में प्रतिदिन तथाकथित स्थानीय पत्रकारों, दलालों, कोयला, बालू और लोहा चोरों का जमावड़ा लगा रहता है। थाना प्रभारी द्वारा इन अवैध कारोबारियों को संरक्षण देकर उनसे धन उगाही की जाती है। चोरी की घटनाओं में पकड़े गए आरोपियों को चंद घंटों में छोड़ दिया जाता है। थाना प्रभारी द्वारा खुद को रांची डीजीपी ऑफिस का पूर्व इंचार्ज बताकर फरीयादियों को डरा कर चुप कराने का भी आरोप है। उनका यह कहना कि मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। ग्रामीणों में भय और निराशा का माहौल पैदा करता है।
*मुख्यमंत्री से की गई मांग*
थाना प्रभारी राजेश प्रकाश सिन्हा को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाए, एक स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच टीम गठित की जाए जो पीड़ितों के बयान लेकर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करे, सभी दर्ज केसों की न्यायिक समीक्षा कराई जाए, थाना परिसर को दलालों और अवैध कारोबारियों से मुक्त किया जाए।
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थाना प्रभारी ने कहा कि ग्रामीणों द्वारा लगाया गया आरोप बेबुनियाद है। मैंने जो भी कार्यवाही की है, वो कानून संगत कि है। अपराधी के घर पुलिस जाएगी, चाहे दिन हो या रात हो। आवेदन पर बोला की उच्चाधिकारी जब जवाब मांगेंगे तो जवाब दिया जाएगा।
राजेश प्रकाश सिन्हा
थाना प्रभारी, जोड़ापोखर थाना।
संवाददाता – शमीम हुसैन

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