गोमो : जवाहरलाल नेहरू विश्वद्यालय की छात्रा, तथा रांची निवासी डॉ0 कहकशां कमाल ( पी0 एच0 डी0 ) ने झारखंड सरकार के नव निर्वाचित मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जन अपेक्षाओं से संबन्धित प्रेस के माध्यम से एक पत्र जारी कर जनहित में 5 सूत्री कार्यों करने की मांग की हैं। जो इस तरह है ।
जोहार झारखंड, लोकतांत्रिक जीत और क्रिसमस की बधाई।
झारखंड की जनता ने अपने लोकतांत्रिक अधिकारों द्वारा आपसे और आपकी सरकार से कुछ अपेक्षाएं रखी है। जिसे आपतक पहुँचाना मैंने अपना कर्तव्य समझा है।
1. समावेशी समाज, हमारे संविधान द्वारा स्थापित नीति निर्देशक तत्वों पर आधारित सामाजिक न्याय की स्थापना करें।
2. झारखंडी अस्मिता, झारखंडियों द्वारा झारखंड के विकास के साथ झारखंडी सभ्यता, संस्कृति को संरक्षित रखना और इसका प्रचार प्रसार करना ।
3. व्यापक पलायन, रोजगार के लिए आदिवासी, मूलवासी, देश के विभिन्न कोनों में पलायन करते हैं, जबकि हमारी धरती खनिज संपदा से परिपूर्ण है। आपसे हमारी आकांक्षा है कि आदिवासी तथा मूल वासियों को अपनी धरती पर ही रोजगार व्यपार का अवसर मिल सके।
4. शिक्षा और स्वास्थ्य, शिक्षा दर के संदर्भ में झारखंड भारत में 31 वें स्थान पर है। जो अत्यंत चिंता जनक है। रोजगार उन्मुखी शिक्षा के साथ-साथ उच्च स्तरीय शिक्षा में गुणवत्ता नितांत आवश्यक है। 18,518 मरीज पर केवल एक चिकित्सक है। बेहतर अस्पताल और नये मेडिकल संस्थानों में गुणवत्ता की आपकी सरकार से अपेक्षा है।
5. विस्थापन और पुनर्वास, भूमि अधिग्रहण बिना समुचित पुनर्वास के किये जा रहे हैं। और विस्थापन एक विकराल समस्या हो चुकी है। सवर्ण रेखा बहुउद्देशिय योजना इसका एक ज्वलंत उदाहरण है। अनगिनत नीतियाँ जो पुनर्वास के लिए बनाई गई है, वे सतही तौर पर विफल है। इसमें राजनीतिक पहल की अत्यंत आवश्यकता है। झारखंड के लिए एक कहावत है, कोख में अमीरी, गोद में ग़रीबी, अब वक्त आ गया है कि गोद में भी अमीरी हो ।