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कोलियरी मजदूर कॉंग्रेस की केंद्रीय कार्यकारिणी सभा में सम्मानित हुये मेयर सह विधायक जितेंद्र तिवारी

विशालकाय माला के बीच आसनसोल नगर निगम मेयर सह पाण्डेश्वर विधायक जितेंद्र तिवारी, एसके पाण्डेय , कोलियरी मजदूर कॉंग्रेस महामंत्री सह प0 बंगाल प्रदेश अध्यक्ष हिन्द मजदूर सभा एवं अन्य श्रमिक प्रतिनिधि

आज गुप्ता कालेज आसनसोल में कोलियरी मजदूर कॉंग्रेस सम्बद्ध हिन्द मज़दूर सभा की केंद्रीय कार्यकारिणी की सभा हुई जिसमें केंद्रीय समिति के सभी सदस्यों के अलावा सभी एरिया तथा शाखा के सचिव ,अध्यक्ष उपस्थित थे ।

आज की बैठक में विशेष रूप से उपस्थित थे आसनसोल मेयर तथा पाण्डेश्वर के विधायक जितेंद्र तिवारी । उन्हें उनके उत्कृष्ट कार्यों तथा आमजन के साथ-साथ श्रमिकों के हर सुख दुःख में शरीक होने के लिए उनका अभिनंदन व स्वागत किया गया ।

तिवारी जी ने उनकी नेत्री ममता बनर्जी के बुलावे पर हिन्द मज़दूर सभा के नेतृत्व तथा सभी श्रमिकों की 19 जनवरी की रैली में भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया तथा आगामी लोकसभा चुनाव में सहयोग मांगा ।

संगठन को और मजबूत करने का आह्वान

केंद्रीय कार्यकारिणी की सभा को संबोधित करते हुये महामंत्री एसके पाण्डेय

सभा को संबोधित करते हुये महामंत्री एसके पाण्डेय ने कहा कि कोलियरी मजदूर कॉंग्रेस, ईसीएल की सबसे बड़ी श्रमिक संगठन है एवं इसे और भी मजबूत किए जाने की जरूरत है। उन्होंने सभी श्रमिकों एवं श्रमिक प्रतिनिधियों को एकजुटता बनाए रखने का आह्वान किया ताकि प्रबंधन की मनमानी उन पर हावी न हो सके ।

ठेका श्रमिकों को शोषण से बचाने के लिए एक अलग संगठन बनाने का ऐलान

महामंत्री एसके पाण्डेय ने आज ठेका श्रमिकों के लिए अलग से एक संगठन बनाने का ऐलान किया। उन्होंने लगभग हर सभा में ठेका श्रमिकों के शोषण का मुद्दा उठाया है। एवं प्रबंधन को ठेका श्रमिकों के शोषण से अवगत कराया है।

गौरतलब है कि कोल इंडिया , हाई पावर कमिटी की सिफ़ारिश के अनुसार खदानों में काम करने वाले ठेका श्रमिकों को न्यूनतम 787 और अधिकतम 877 रुपया दिहाड़ी मंजूर की गयी है और यही दिहाड़ी सभी कोलियारियों में आवंटित भी होती है लेकिन ठेकेदार और एरिया प्रबंधन की मिलीभगत से मजदूरों से 250-300 रुपए में काम लिया जाता है जो कि पूरी तरह से गैरकानूनी है । काम से निकाल दिये जाने के भय से ये ठेका श्रमिक कभी भी आवाज नहीं उठाते हैं। हिन्द मजदूर सभा के बैनर तले ठेका श्रमिकों का अलग यूनियन बन जाने से वे भी अपनी आवाज उठा सकेंगे और उनका भी शोषण रुकेगा।

Last updated: जनवरी 27th, 2019 by Pankaj Chandravancee