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एनआरसी-सीएबी ठीक से जान लेंगे तो मुस्लिम भाई नहीं करेंगे विरोध – जीशान कुरेशी , भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा कुल्टी मंडल 2 के अध्यक्ष जिशान कुरेशी ने सीएबी और एनआरसी के समर्थन में कहा कि CAB और NRC का विरोध जो भी भाई कर रहे है उनलोगों से मेरी अपील है कि एक बार जानकारी ले लीजये की NRC और CAB है क्या ?

आप एक बार जानकारी ले लेंगे तो आप खुद ही विरोध नहीं करेंगे । उन्होंने कहा कि आप हमसे नहीं बल्कि किसी अच्छे वकील से मिलिये जो आपको सही जानकारी दे , क्योंकि ये जो CAB है इसका पूरा मतलब बहुत लोगों को पता नहीं और सड़क पर उतर कर हंगामा कर रहे हैं । कुछ राजनीतिक पार्टियाँ जो अल्पसंख्यकों को वोट बैंक मानकर चलती है वे अल्पसंख्यकों को बरगला रही है ।

उन्होंने आगे कहा कि मैंने कुछ विरोध करने वाले से पूछा कि ये CAB क्या है तो वे बोले कि मालूम नहीं , हमें बताया गया है कि ये मुस्लिम के विरोध में पास हुआ है तो हम आ गये । कुछ ने तो कहा कि हम मुस्लिम को भारत से भगा दिया जाएगा । मेरे नादान मुस्लिम भाइयों को परेशान करने वाले टीएमसी, कॉंग्रेस जैसे पार्टियों का हम विरोध करते हैं ।

यही ममता बनर्जी 2005 में NRC के पक्ष में थी । एनआरसी लागू करवाने के लिए संसद में लोकसभा स्पीकर के मुँह पर कागज फेंक दिया था और आज अपना वोट बैंक साधने के लिए NRC का विरोध कर रही है ।

नागरिकता संशोधन विधेयक यानि Citizen Amendment Bill (CAB) पास हो गया है । नागरिकता संशोधन विधेयक में बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के हिंदू, जैन, ईसाई, सिख, बौद्ध और पारसी समुदाय को भारतीय नागरिकता देने की बात कही गई है ।

जिशान कुरैशी ने भी इस बिल को लेकर अपनी बात रखी है जिनमें उन्होंने बिल समर्थन किया हैं। उन्होंने कहा कि कैब बिल उन धर्म के लोगों के लिए है जिन्हें धर्मशासित देशों में प्रताड़ित किया जा रहा है। मुस्लिम लोगों को अपने धर्म के चलते पाकिस्तान, बांग्लादेश या अफगानिस्तान में प्रताड़नाएं नहीं झेलनी पड़ रही हैं क्योंकि वे वहाँ बहुसंख्यक हैं। मुस्लिम समुदाय अब भी भारत की नागरिकता के लिए अप्लाई कर सकता है । कानूनी तौर पर सभी का स्वागत है। ये बिल बहुत सारे लोगों को वर्षों से चली आ रही उनकी यातना से निजात दिलाएगा।

जीशान कुरेशी ने कहा कि बिल भारत के इतिहास में मील का पत्‍थर है। भारत के लिए और हमारे देश की करुणा और भाईचारे की भावना के लिए ये एक ऐतिहासिक दिन है. हम सभी आम जनता इस बिल से ख़ुश है ।

Last updated: दिसम्बर 14th, 2019 by News-Desk Asansol