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विवादित नामोकेशिया प्रोजेक्ट फिर से शुरू करने के लिए जिला शासक शसांक सेट्ठी ने किया दौरा

सलानपुर थाना अंतर्गत उत्तर रामपुर जीतपुर पंचायत स्थित नामोकेशिया गाँव की विवाद लगभग 8 माह से चले आरहे है ।कभी आदिवासी के साथ कंपनी में काम करते आये ठेकेदार से मारपीट तो कभी हाथों में तीर धनुष लेकर नारेबाज़ी ।

जमीन हथियाने पर भड़के आदिवासी, किया हमला

नामोकेशिया गाँव स्थित ब्रिज एंड रूफ इंडिया लिमिटेड नामक कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा हाउसिंग डाइरेक्टोरेंट गवर्मेंट ऑफ वेस्ट बंगाल की पुनर्वास योजना से यहाँ की 26 एकड़ सरकारी जमीन पर 1904 फ्लैट निर्माण कार्य होना है। जिसे 123 करोड़ 25 लाख 72 हजार की लागत से बनाई जा रही है, जिसमें मार्केट कॉम्प्लेक्स, हॉस्पिटल, पार्क, मल्टीप्लेक्स, स्कूल, आदि बनाये जाने की योजना है किन्तु बीते 16 मार्च को ब्रिज एन्ड रूफ कंपनी द्वारा कार्य प्रारंभ करते ही पूरा नमोकेशिया गाँव का यह कार्यस्थल रणक्षेत्र में तब्दील हो गयी थी।

कार्य कर रहे कंपनी के कर्मचारियों पर गाँव के लगभग 300 आदिवासियों ने उग्र होकर हमला बोल दिया था, साथ ही मशीनों के साथ जमकर तोड़फोड़ भी की गई थी । घटना में कंपनी के आधा दर्जन कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए थे, तब से लेकर आज तक प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा पुनः कार्य प्रारंभ करने की कई योजनाएँ विफल होती आरही है।

ग्रामीणों की नाराजगी के विपरीत भारी पुलिस बल के साथ शुरू हुआ नमोकेशिया हाउसिंग प्रोजेक्ट कार्य

विगत 1 माह पूर्व ब्रिज एंड रूफ कंपनी ने निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया था। जिसके लिए आसनसोल स्थित पुलिस लाइन से अतिरिक्त पुलिस बल की भी तैनाती की गई थी। पुलिस संरक्षण में कार्य को प्रारंभ किया था। लेकिन इधर ग्रामीणों की माने तो उक्त जमीन सरकारी वेस्टेड लेंड है, जिसपर वर्षों से नामोकेशिया गाँव के आदिवासियों का हक रहा है। यहाँ के इस जमीन पर खेती बाड़ी करते आ रहे है, यहाँ किसी भी हाल में भूमि अधिग्रहण नहीं होने देने की जिद पर अड़े है।

सैकड़ों आदिवासी महिलाओं ने रोका पायलट प्रोजेक्ट

विगत 1 माह पूर्व पुलिस की मौजूदगी में शुरू किया गया निर्माण कार्य को आदिवासियों ने उग्र आन्दोलन के साथ बंद करा दिया था। भारी संख्या में पहुँचे आदिवासी महिलाओं ने स्लोगन के साथ कार्य स्थल पर ही धरना दे दिया । महिलाओं ने कहा कि रक्त देंगे पर जमीन नहीं। निरंतर जिला प्रशासन द्वारा आदिवासी ग्रामीणों को मनाने में विफल हो गयी । अंततः भारी संख्या में पुलिस के मौजूदगी में भी महीनों से काम बंद पड़े रहे ।

जिला शासक शसांक सेट्ठी ने एक बार फिर से की कोशिश

फिरसे बीते शनिवार को प्रशासन के उच्च अधिकारी तथा जिला शासक  शसांक सेट्टी ने नामोकेशिया कार्य स्थल निरीक्षक किया एवं आदिवासियों से बातचीत की एवं प्रोजेक्ट के काम चालू रखने की बात की। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में अगर कुछ भी होतीहै तो आप सभीलोगके लिये लाभदायक है क्योंकि इतनी बड़ी प्रोजेक्ट अगर आपके गाओ के पास होंगे तो अब सभी का भी हित होगा । मौके पर सालानपुर ब्लॉक आधिकारिक तपन सरकार ,रूपनारायणपुर फांड़ी प्रभारी सिकंदर आलम, जीतपुर उत्तरामपुर पंचायत प्रधान तापस चौधरी ,रेसिडेंशियल मैनेजर कौशिक घोष, एसिस्टेंट मैनेजर सोहम सरकार, समेत पुलिस बल के जवान उपस्थित थे।

Last updated: जनवरी 6th, 2019 by kajal Mitra