विधायक उमाशंकर अकेला के द्वारा 2009 से 2014 विधायक कार्यकाल एवं 2019 से अभी तक विधान सभा में तिलैया डैम निर्माण के दौरान विस्थापित 56 गांव के विस्थापितों को मालिकाना हक नही मिलने के कारण सरकारी लाभ से वंचित हो जाते है उन्हे मालिकाना हक दिलवाने की आवाज उठाते रहे हैं। उसी प्रकार चौपारण प्रखंड में भूमिहीन अनुसूचित जाति के लोग जो वर्षों से वन भूमि या सरकारी भूमि पर रह रहें हैं उन्हें भी मालिकाना हक देने का आवज उठाते रहे हैं। इनकी समस्याओं की जानकारी लेने विधानसभा निवेदन समिति झारखण्ड के सभापति उमाशंकर अकेला के नेतृत्व में 29.11.22 को बरही प्रखण्ड के श्रीनगर में एवं 30.11.22 चौपरण प्रखण्ड के लखावार में समिति की बैठक आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम में माननीय मंत्री रामेश्वर उरांव, झारखण्ड मुख्य अतिथि होंगे। कार्यक्रम में समिति के साथ साथ उपायुक्त, वन विभाग, डीवीसी हजारीबाग के पदाधिकारियों के साथ साथ पीसीसीएफ रांची भाग लेंगे। कार्यक्रम की तैयारी के लिए अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, थाना प्रभारी बरही एवं चौपारण के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी सह अंचल अधिकारी, थाना प्रभारी लगे हैं। जो ग्रामीण विस्थापन से प्रभावित हैं वे सभी श्रीनगर बरही एवं भूमिहीन ग्रामीण चौपारण प्रखण्ड के लखावर में अपनी समस्या रख सकते हैं।
बरही एवं चौपारण में लगेगी झारखण्ड की मिनी विधान सभा
Last updated: नवम्बर 28th, 2022 by