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झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के कर्मियों का सरकार के वादा खिलाफी के खिलाफ अनिश्चित कालीन हड़ताल, घोषणा पत्र में किये वादे चुनाव तक सीमित

मधुपुर। झारखंड राज्य मनरेगा कर्मी के आह्वान पर 27 जुलाई से प्रदेश के मनरेगा कर्मी अपने विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। इसको लेकर गुरुवार को झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिरुद्ध पांडे के नेतृत्व में दर्जनों मनरेगा कर्मियों ने गोड्डा लोकसभा के पूर्व सांसद व वरिष्ठ कॉंग्रेसी नेता फुरकान अंसारी के आवास पर पहुँचकर अपनी 5 सूत्री मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। इस दौरान मनरेगा कर्मियों ने कहा कि सरकार चुनाव के पूर्व अपने घोषणा पत्र में अनुबंध कर्मियों को स्थाई करने की बात कही थी।

सेवा स्थायी करने, सामान काम के बदले सामान वेतन दिए जाने, अपर समाहर्ता परीक्षा में 50 प्रतिशत आरक्षण, बीमा का लाभ दिए जाने की मांग की जा रही है। अगर अब भी सरकार उनकी मांग को नहीं मानती है तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।सरकार उनकी मांग को लेकर टाल-मटोल कर रही है। ऐसे में अब आर-पार की लड़ाई का वक्त आ गया है। अब जबतक उनकी मांग को नहीं माना जाता वे हड़ताल पर रहेंगे।

मौके पर पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने कहा कि मनरेगाकर्मियों की मांग जायज है। इसके लिए पूर्व सांसद ने झारखंड सरकार के विभागीय मंत्री आलमगीर आलम व मनरेगा आयुक्त से बात कर हड़ताल पर गए कर्मियों के साथ वार्तालाप करने की बात कही।उन्होंने कहा मनरेगाकर्मी के हड़ताल पर चले जाने के कारण ग्रामीण क्षेत्र में विकास कार्य बाधित हो रही है। जिसके कारण लॉकडाउन के दौरान बाहर से आए मजदूरों को सही तरीका से काम नहीं मिल पा रहा है। जिससे मजदूरों के समक्ष जीवन यापन में कठिनाई हो रही है।

मौके पर निशांत तिवारी, शशिभूषण कुमार, अरुण सिंह, प्रकाश कुमार, दिलीप कुमार,पुनीत कुमार तिवारी,छत्रपति शिवाजी भगत, राजेश कुमार दास, नरेंद्र कुमार,गणेश महरा,साजिद अंसारी, मोहम्मद शाहिद, संजय कुमार, अमित कुमार, मुकेश राम, जय देव मुर्मू आदि मनरेगा कर्मी मौजूद।

Last updated: जुलाई 30th, 2020 by Ram Jha