मधुपुर -झामुमों की संघर्ष यात्रा के दौरान जगदीशपुर से होते हुए बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री सह नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन मधुपुर पहुँचे । जहाँ सर्वप्रथम उन्होंने गाँधी चौक पर स्थित महात्मा गाँधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उपस्थित जनसमूह को हाथ हिलाकर अभिवादन किया ।
लम्बे संघर्ष के बाद हमें सुंदर झारखण्ड मिला: हेमंत सोरेन
जगदीशपुर से ही पूर्व मुख्यमंत्री सह नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन स्वागत के लिए मधुपुर से हजारों कार्यकर्ता मोटरसाइकिल रैली के साथ पहुँचे थे ।जहाँ मोटरसाइकिल रैली के साथ उन्हें मधुपुर लाया गया ।गाँधी प्रतिमा के माल्यार्पण के बाद हेमंत सोरेन डाक बंगला में आयोजित संघर्ष यात्रा रैली जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि संघर्ष यात्रा के दौरान पूरे झारखण्ड 1000 किलोमीटर का यात्रा तय कर के रघुवर सरकार के नीतियों को सभी तक पहुँचने के लिए यहाँ यात्रा निकाला गया है। झारखण्ड़ राज्य हमें लम्बे संघर्ष के बाद सुंदर झारखण्ड मिला। गुरुजी के आंदोलन के बाद हमें झारखण्ड राज्य मिला लेकिन झारखण्ड के रघुवर सरकार यहाँ के आदिवासियों को सिर्फ ठंगने का काम किया। गुरुजी ने झारखंड राज्य अलग जिस उद्देश्य से किया गया है.लेकिन रघुवर दास व भाजपा ने 18 साल तक झारखंड में शासन किया। यही कारण है कि 18 साल में झारखण्ड को अग्रिम राज्य के रूप में आगे बढ़ना चाहिए था.लेकिन रघुवर दास के गलत नीति के कारण 18 साल पीछे चला गया।
रघुवर सरकार ने पूरे झारखण्ड में लगभग बीस हजार विद्यालयों को बंद करने का काम किया: हेमंत सोरेन
हेमंत सोरेन ने कहा कि सरकार के ऐसे ऐसे योजना लाते है, जिससे सिर्फ सरकार को फायदा हो रही है आम जनता को नही। रघुवर सरकार ने पूरे झारखण्ड में लगभग 20000 हजार विद्यालयों को बंद करने का काम किया है, जिसके कारण गरीब बच्चों की पढ़ाई से वंछित हो गये। सरकार के नीतियों के कारण जमीन खरीद -बिक्री रजिस्ट्रेशन बन्द पड़ा है। सरकार जमीन के सरकारी मूल्यांकन को बंद कर रखा है, ताकि मुआवजा कम दिया जा सके।
अपने संबोधन के बाद हेमंत सोरेन के साथ मंच पर उपस्थित झामुमो के केंद्रीय उपाध्यक्ष शाहपुर मंत्री हाजी हाजी हुसैन अंसारी , नगर परिषद अध्यक्ष लतिका मुर्मू, उपाध्यक्ष जिया उल हक, टार्जन समेत पार्टी के नेताओं ने खड़े होकर दुमका रैली से लौट रहे कार्यकर्ताओं ने सड़क दुर्घटना में हुई मृत्यु को लेकर उनकी आत्मा की शांति के लिए 1 मिनट का मौन रखा वह इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए हाफिज अल हसन प्रकाश मंडल अल्ताफ हुसैन समेत सैकड़ों कार्यकर्ता का योगदान सराहनीय रहा।