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जेल नहीं है बाल संप्रेक्षण गृह : झारखण्ड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग

निरीक्षण कर बाहर निकलती झारखण्ड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्षा श्रीमती आरती कुजूर

झारखण्ड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्षा श्रीमती आरती कुजूर ने शुक्रवार को संप्रेक्षण गृह, बाल गृह एवं मानव सेवा आश्रम केन्द्र, सेक्टर-5 बोकारो का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अध्यक्षा श्रीमती कुजूर ने सभी बच्चों से व्यक्तिगत रूप से मिली तथा सभी बच्चों की समस्या भी सुनी। अध्यक्षा श्रीमति कुजूर ने भोजन व्यवस्था, साफ-सफाई एवं विभिन्न मुद्दो की जाँच कर संबंधित पदाधिकारी को इसमें सुधार करने को कहा तथा उन्होंने बच्चों के लिए कैरमबोर्ड एवं फुटबाॅल मुहैया कराने का निदेश दिया।

परिजनों से मिलने की उचित व्यवस्था का आदेश

झारखण्ड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्षा श्रीमती कुजूर ने बच्चों के परिजनों से खिड़की से मिलवाने की शिकायत पर इसे तत्काल बंद करने का निदेश दिया तथा उन्होंने संबंधित पदाधिकारी को कहा कि परिजनों को बच्चों के आमने-सामने मिलवाने की व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि यह कोई जेल नहीं है यह एक सुधार गृह है। साथ ही साथ बच्चों को सुबह 09ः00 बजे नास्ता मिलने की शिकायत पर अध्यक्षा श्रीमति कुजूर ने कहा कि इसमें काफी देर हो जाता है। इसके लिये नास्ते से पूर्व कुछ खाने की व्यवस्था अवश्य करनी चाहिए।

संप्रेक्षण गृह में परामर्श दाता की कमी एवं एस.आई रिपोर्ट तथा कानूनी प्रक्रिया में विलम्ब होने का मामला सामने आया इस पर अध्यक्षा श्रीमति कुजूर ने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को जाँच करने का निदेश दिया।

मानव सेवा आश्रम केन्द्र का निरीक्षण करते हुए झारखण्ड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्षा श्रीमती कुजूर ने कहा कि यहाँ दिव्यांगजन रहते है, इसलिए संस्था यह सुनिश्चित करें कि प्रशिक्षित प्रशिक्षक ही कार्य करे।

निरीक्षण के दौरान जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती सुमन गुप्ता, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी श्रीमती अनिता झा, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डाॅ0 विनय, श्याम मल्लिक सहित अन्य उपस्थित थे।

Last updated: अगस्त 3rd, 2018 by Ravi kumar Verma