झरिया,भूलन बरारी पँखा घर का जोरिया नाला बना काशी नदी,
Arun Kumar
झरिया, विकास की ब्यार अगर कहीं देखनी हो तो आप भूलन बरारी के पँखा घर के पास नवनिर्मित इस जोरिया पुल को देख सकते हैँ और समझ सकते हैँ कि कैसे विकास के नाम पर इस जोरिया पुल को काशी नदी पुल का नाम देकर कार्य किया गया हैँ जोरिया नाला जो की भूलन बरारी और लक्ष्मी कोलयरी के बीच में एक नाला के रूप में बहती थी आज उसे काशी नदी का नाम देकर पुल की आधारशीला रख दी गई हैँ इसकी असलियत जानने के लिए जब हमारी मंडे मॉर्निंग न्यूज़ नेटवर्क की टीम उस कथित काशी नदी पर गई तो मामला काफी कुछ साफ साफ दिखाई दिया की कैसे इस योजना को धरातल पर उतारा गया जबकि ना ही ये काशी नदी हैँ और ना ही इसमें पानी ही उस तरह से हैँ की इसे आप एक नदी कह सकते हैँ जबकि सही मायने में यह एक जोरिया नाला हैँ और सिस्टम की खामी कहें की आज यह काशी नदी जो कहला रही हैँ इसीलिए आप इसको एक तरह से विकास की ब्यार या बहार भी कह सकते हैँ अब समझना हैँ आम जनता को की आप इसे जोरिया नाला कहे या काशी नदी ये तो आप पर स्वयं निर्भर करती हैँ वहीँ इस जोरिया नाला को स्पष्ट रूप से अगर आप देखेंगे तो सारी बातें क्लियर हो जायेगी कि कैसे इस जोरिया नाला को एक नए रूप में प्रस्तुत कर काशी नदी का रूप देकर इसको बनाया गया हैँ अब अगर यही विकास की ब्यार हैँ तो फिर हैँ अब समझना हैँ एक जोरिया नाला को अगर काशी नदी बना दिया जाए तो विकास हो ही रहा हैँ और कार्य प्रगति पर हैँ,