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झरिया के घाट गाद और मलबे से पटा, गंदगी साफ करना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती

धनबाद/ झरिया। चार दिवसीय सूर्य उपासना और आरोग्य सौभाग्य व सर्व सुख प्रदाता चैती छठ व्रत पाँच अप्रैल से आठ अप्रैल तक मनाया जाएगा। नहाय -खाय के साथ ही आज से लोक आस्था का महापर्व चैती छठ पूजा की शुरूआत हो चुकी है और सात अप्रैल को छठ व्रतियों द्वारा भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य और आठ अप्रैल को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा ,मगर धनबाद में प्रशासनिक स्तर पर तैयारी नाकाफी दिख रही है। घाटों की स्थिति अपनी दुर्दशा बयाँ कर रही है। अपनी स्वच्छता को लेकर दमखम भरने वाला धनबाद नगर निगम की पोल इन छठ तालाबों में फैले गाद और जलकुंभी ने खोल कर रख दी है।

स्थानीय नागरिकों ने भी कहा कि जलकुंभी और गाद लगातार बढ़ रही है, नगर निगम इनकी सफाई को लेकर संजीदा नहीं है। भारतीय जनता पार्टी धनबाद जिला ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष शैलेश सिंह चंद्रवंशी ने भी धनबाद नगर निगम के कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि झरिया के अधिकांश छठ तालाब को लील रही जलकुंभी और गाद को हटाने के लिए धनबाद नगर निगम ने अभी तक कोई पहल तक नहीं कि है। तालाब के घाट पर भी छठ महापर्व के अवसर पर छठव्रतियों के द्वारा सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित किया जाता है। लोक आस्था से जुड़े महापर्व छठ में कई परिवार इन घाटों पर छठ पूजा एवं अर्घ्य अर्पित करते हैं ,लेकिन इस बार पूरे तालाब में जलकुंभी का साम्राज्य है। लाखों का टेंडर सिर्फ जनता को आई वाश कर रहा है जबकि स्थिति इसके बिल्कुल विपरीत है।

Last updated: अप्रैल 5th, 2022 by Arun Kumar