Site icon Monday Morning News Network

झांझरा परियोजना ने वर्ष के अंतिम दिनों में कीर्तिमान बनाने की जुगत में

झांझरा क्षेत्र द्वारा रविवार 29 दिसंबर को प्रोडक्शन डे और डिस्पैच डे में 14 हजार 55 मैट्रिक टन कोयला का उत्पादन और प्रेषण करने पर एमआईसी पिट टॉप पर प्रबंधक प्रबीर मंडल और सुरक्षा अधिकारी (खनन) सतीश शर्मा की अध्यक्षता में में मीटिंग बुलाई गई जिसमें सभी मजदूर संगठनों के नेता और कर्मी के साथ सर्विस प्रोवाइडर, जॉय माइनिंग, GCPL और गायत्री प्रोजेक्ट के कर्मी और अधिकारी मौजिद थे, साथ ही साथ पर्सनल अफसर भी थे।

सभी मजदूर नेताओं ने अपना वक्तव्य रखा और कहा कि सुरक्षा के साथ उत्पादन करना है और झाँझरा को अपने दिए लक्ष्य को पूरा करना है, सतीश शर्मा ने कहा कि उत्पादन तो जरूरी है ही लेकिन जिंदगी ज्यादा जरूरी है, अतः हमें चोट, चपेट से बचते हुए प्रोडक्शन करना है।

प्रबंधक पीके मंडल ने कहा कि महाप्रबंधक अभिजीत मलिक और जीएम माइनिंग अजय कुमार शर्मा के दिशा निर्देश मार्गदर्शन और ईसीएल के सीएमडी पीएस मिश्रा का मिशन कोयला उत्पादन में रिकार्ड बनाओ की नीति का अनुसरण करते हुए ईसीएल को मिले 53.5 मिलियन टन कोयला उत्पादन लक्ष्य को पूरा करने के लिये झांझरा क्षेत्र को मिले 35 लाख मेट्रिक टन से ज्यादा कोयला उत्पादन करके हमें अपनी योग्यता को साबित करनी है ।

प्रबंधक पीके मंडल ने उपस्थित नेताओं कर्मियों को नववर्ष की अग्रिम शुभकामनाये भी दी और सुरक्षित होकर कार्य करने को कहा।

उन्होंने कहा कि चालू वित्तीय वर्ष में 2019-20 में झांझरा क्षेत्र को मिले 35 लाख मैट्रिक टन लक्ष्य में हमलोगों ने 23 लाख 85 हजार 800 सौ ( 2385800) मैट्रिक टन कोयला का उत्पादन कर लिया है जबकि चालू वितीय वर्ष समाप्त होने में 3 महीने 2 दिन बचे है इन बाकी बचे महीनों में लक्ष्य से ज्यादा कोयला उत्पादन करके हमलोग झांझरा के नाम को आगे रखेंगे ।

इस अवसर पर रमेश नाथ रॉय, ऑफिस सुओएरिटेंडेट के साथ मुकेश तिवारी और KKSC के देवाशीष पंजा, BMS के तापस घोष इत्यदि उपस्थित थे।वही 30 दिसंबर को झांझरा क्षेत्र क्षमता दिवस मनाते हुए कोयला उत्पादन कर रहा है। जबकि वर्ष के अंतिम दिन 31 दिसंबर को बाहुबली दिवस मनाकर एक किर्तिमान बनाने की तैयारी में झांझरा क्षेत्र है ।

Last updated: दिसम्बर 30th, 2019 by Pandaweshwar Correspondent