चित्तरंजन। भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव पूरे धूमधाम से शुक्रवार को मिहिजाम, चित्तरंजन एवं रूपनारायणपुर में मनाया गया। रूपनारायणपुर सेन स्वीट्स के राधाकृष्ण मंदिर में पूरे श्रद्धाभाव से जन्माष्टमी का पर्व मनाया गया।
भगवान श्रीकृष्ण की पूजा नीशीथ काली यानि कि आधी रात को होती है। मान्यता है कि माता देवकी ने मथुरा स्थित कंस के कारागार में कृष्ण को आधी रात में जन्म दिया था। दूसरे दिन दही-हांडी का उत्सव को मनाया जाता है । दिन दही और माखन से भरी मटकी को फोड़ी जाती है।
मिहिजाम के मंदिरों में भजन संध्या से इलाका भक्तिमय रहा। अमलादही बाजार में नटखट गोपाल के लिए भक्तों ने झूला, मोरपंख आदि की खरीददारी की।
Last updated: अगस्त 24th, 2019 by