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जमीन हथियाने पर भड़के आदिवासी, किया हमला

आन्दोलन करते आदिवासी ग्रामीण

भवन निर्माण कार्य को ग्रामीण महिलाओं ने रोका

सलानपुर :: सलानपुर थाना अंतर्गत उत्तर रामपुर के जीतपुर पंचायत स्थित नामोकेशिया गाँव शुक्रवार को रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. जिसमें करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए. प्राप्त जानकारी के अनुसार नामोकेशिया गाँव स्थित ब्रिज एंड रूफ कम्पनी इंडिया लिमिटेड नामक कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा गाँव के 26 एकड़ जमींन पर 119 कमरों का चारमंजिला भवन निर्माण कार्य शुक्रवार को शुरू किया गया था. जिसकी जानकारी लगते ही दर्जनों ग्रामीण महिलाओं ने कार्यरत कर्मियों से काम करने को कहा, लेकिन कर्मियों ने सरकारी काम का हवाला देते हुए महिलाओं को वहाँ से वापस भेज दिया. जिसकी जानकारी मिलते ही गाँव के लगभग 300 आदिवासी समुदाय के लोग उग्र हो गए और कर्मचारियों पर हमला बोल दिया. घटना में लगभग कंपनी के आधा दर्जन लोग घायल हो गए. ग्रामीणों ने कार्य में लगे बोलेरो, जेसीबी, पोकलेन अदि मशीनो को तोड़फोड़ दिया.

जमीन हथियाने के लिए भू- माफिया और निजी कंस्ट्रक्शन कंपनी की चाल

ग्रामीण बाबूलाल टुडू, वैधनाथ मरांडी, अशोक बासकी तथा सुखुमनी टुडू ने बताया कि उक्त जमीन वेस्टेड लेंड है, जिसमें वर्षों से नामोकेशिया गाँव के लोग खेती करते आ रहे है, लेकिन जमीन हथियाने के लिए भू- माफिया और निजी कंस्ट्रक्शन कंपनी की चाल है. यहाँ किसी भी हालत में कंपनी को जमीन अधिग्रहण नहीं करने दिया जायेगा.

123 करोड़ की लागत से होगा भवन निर्माण

ब्रिज एंड रूफ कंपनी के सीनियर सर्वेयर टीपू सुल्तान ने बताया यह कंपनी सरकारी मान्यता प्राप्त है, जिसपर 123 करोड़ 25 लाख 72 हजार की लागत से पश्चिम बंगाल हाउसिंह डिपार्टमेंट द्वारा भवन निर्माण कराया जा रहा है. जिसमें मार्केट काम्प्लेक्स, हॉस्पिटल, पार्क, मल्टीप्लेक्स समेत कोल इंडिया विस्थापित पुनर्वास की योजना है.

बीडीओ से हो चुकी है वार्ता

उन्होंने कहा कि विगत मंगलवार को सलानपुर बीडीओ, पंचायत प्रधान, समेत वेस्ट बंगाल हाउसिंह डिपार्टमेंट के एक्सक्यूटिव इंजीनियर तथा असिस्टेंट इंजीनियर से वार्ता कर कार्य की जानकारी दे दी गयी थी. जिसके बाद साईड पर कंपनी के 14 लोग कार्य कर रहे थे. तभी ग्रामीणों ने अचानक हमला कर दिया. जिसमें रतन चौधरी तथा बोनो माली घोष का सर फट गया साथ ही अन्य चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए है. हम सभी किसी तरह से जान बचाकर भाग निकले.

ईसीएल ने कोई टेंडर पास होने से किया इंकार

सूचना पाकर सलानपुर थाना तथा रूपनारायणपुर फांड़ी पुलिस दलबल के साथ घटना स्थल पहुँच कर उग्र ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया किन्तु ग्रामीण कंपनी को वापस जाने की मांग पर अड़े थे. सभी घायलों को आसनसोल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि कंपनी प्रबंधन की ओर प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया कि जा रही है. मामले को लेकर ईसीएल सलानपुर जीएम अनुराग कुमार ने बताया कि यहाँ से कोई भी टेंडर निर्गत नहीं कि गयी है. ईसीएल द्वारा इस प्रकार के कार्य तथा पुनर्वास के लिए एडीडीए को फंड दिया जाता है, हालांकि इसकी मुझे जानकारी नहीं है.

Last updated: मार्च 17th, 2018 by Guljar Khan