जामाडोभा का यह बन रहा नाला आमलोगों के लिए जी का जंजाल बन कर स्वयं को बना रहा हैँ ऐसा कहना है वहां के रहने वालों वाशिंदो का चुकी यह सड़क जामाडोभा जो की सेंटर पॉइंट हैँ और यह भौरा और पुटकी को जोड़ती हैँ और पुल बनाने के नाम पर आज यह सड़क लगभग डेढ़ महीने से बंद हैँ और आवागमन भी बिलकुल अवरुद्ध हैँ जबकि पुल बनाने वाले ठेकेदार को पहले ही अल्टीमेटम दी गई थी की यह सड़क लोगों की जीवनप्राची हैँ तथापि इस पुल के चक्कर में आज भी यह सड़क लोगों के लिए नहीं खोला जा सका हैँ इसी परेशानी को देखते हुए आज खुद हमारे मंडे मॉर्निंग न्यूज़ नेटवर्क की टीम उस कार्यस्थल पर पहुंची और पहुंच कर ठेकेदार अशोक भगत से जानकारी ली की किया परेशानी हैँ जो की यह सड़क इस छोटे से पुल के चक्कर में आज तक अवरुद्ध हैँ तो ठेकेदार गोल मोल जवाब देने लगे जबकि यह कार्य रात में भी जारी थी पुल का कार्य देख रहे इंजीनियर भी कन्नी काटते नजर आये जैसे ही कैमरा का फ्लैस ऑन हुआ ऐसा लगा की सबके चेहरे ऑफ़ मुद्रा में चले गए, ठेकेदार से जब आमलोगों की हो रही असुविधा के बारे में बात की गई तो वे कभी बारिश तो कभी आपदा को दोष देने लगे किन्तु पुल बनाने का काम कर रहे ठेकेदार को भी समझनी होंगी की यह सड़क मेन सेंटर पॉइंट हैँ और एक महीना में ही यह पुल बन जाना था जबकि आज डेढ़ महीने होने को आये हैँ और कार्य जिस तरह से हो रही हैँ की और अभी इसमें काफी समय लग जाना हैँ आमलोगों की परेशानी को जिला प्रशासन स्वयं देखे और समझें जिससे की आम जनता की परेशानी दूर हो सके और इंजीनियर और ठेकेदार दोनों अपने अपने दाईत्व से मुक्त नहीं हो सकते जबकि समय का बॉन्डडेशन के हिसाब से ही इस पुल का निर्माण अब तक हो जाना था कौन हैँ जिम्मेवार और कौन लेगा इसकी जिम्मेवारी जबकि जनता मुकदर्शक बन कर बैठी हैँ, सड़क बंद के नाम पर जामाडोभा से फुसबांग्ला सड़क भी आज लगभग एक साल से बंद हैँ चुकी रेलवे ब्रीज बनाने के नाम पर इस सड़क को बंद कर दिया गया हैँ और वहां की जनता आज भूखहड़ताल पर बैठ गई हैँ, जिस तरह से यहाँ भी परेशानी हैँ तो वो दिन दूर नहीं जब जनता स्वयं सड़क पर चलने की मांग को लेकर आंदोलन और भूखहड़ताल को मजबूर हो जाए
जामाडोभा, आम लोगों के सुविधा के लिए बन रहा यह नाला लोगों के लिए जी का जंजाल बना

Last updated: मई 24th, 2022 by