क्रोध-बैर छोड़कर सभी क्षमा मांगना और क्षमा करना उत्तम क्षमा धर्म है
जैन धर्मावलंबियों का 10 दिन चलने वाली 10 लक्षण पर्व मंगलवार से आरम्भ हो गई। मंगलवार को 10 लक्षणों में प्रथम उत्तम क्षमा धर्म का पालन किया गया। इस दौरान सुबह से में रोड स्थित दिगम्बंर जैन मंदिर में जैन समाज के लोग पारसनाथ भगवान का मस्तकाभिषेक किया। सभी श्रद्धालु पीले रंग का वस्त्र धारण कर भगवान पर जलार्पण कर विश्व शांती धारा का आयोजन किया।
महाराष्ट्र से पधारे बाल ब्रहमचारी अजय भैया ने विधि विधान से सभी कार्यक्रम उनके सानिध्य में किया गया। सुबह में भगवान पारसनाथ की मस्तकाभिषेक व सामूहिक पूजा के बाद शाम को संध्या आरती व सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। इसके अलावा अजय भैया का प्रवचन होगी।
मालूम हो कि 10 लक्षण पर्व जैनियों के लिए त्याग का पर्व माना जाता है। जैन समाज के कई लोग 10 दिनों तक निर्जला उपवास करते है। वहीं कोई एक दिन, कोई पाँच दिन तो कोई दो दिन का उपवास रखते है। इस तरह प्रतिदिन लोग अपने जीवन में कुछ ना कुछ त्याग करते है।
इस अवसर पर दिगम्बंर जैन समाज के मंत्री अनिल जैन, नीरू जैन, अशोक जैन, विनय जैन, संजय छाबड़ा, बबलू जैन स्वरूप् जैन, लट्टू जैन, चंचल जैन, बेला जैन, इंदिरा जैन, संगीता जैन, नीता जैन, मधु जैन, अंजू जैन, मंजू जैन, सरिता जैन, सुमित्रा जैन आदि मौजूद थे।