कोयला उद्योग में तीन दिवसीय हड़ताल कोयला उद्योग को बचाने उसमें कार्यरत कर्मियों की सामाजिक सुरक्षा को सुरक्षित रखने और उनके हक के लिये 5 वर्षों के अंतराल पर होने वाले वेतन समझौता को जारी रखने के लिये किया जा रहा है ।
झांझरा के एमआइसी में जैक के तहत बुधवार को श्रमिक सभा को संबोधित करते हुए कोलियरी मजदूर कॉंग्रेस के महामंत्री राकेश कुमार ने उक्त बातें कही उन्होंने उपस्थित श्रमिकों के बीच कहा कि केंद्र सरकार ने जब कोलइंडिया शेयर बिक्री किया पैच लाया तब भी हमलोगों ने विरोध किया ,लेकिन कोरोना जैसी महामारी में हमारे कोलकर्मी कोरोना का प्रवाह किये बिना कोयला उत्पादन कार्य में लगे रहे देश में लॉकडाउन उस समय केंद्र सरकार कमर्शियल माइनिंग की अनुमति देकर कोयला उद्योग और इसके कर्मियों के साथ धोखा किया है।
क्योंकि कमर्शियल माइनिंग मतलब कोलइंडिया और कोलकर्मियों कि जिंदा रहते मौत । इसलिये इस तीन दिवसीय हड़ताल को तीन दिन का वेतन नहीं देखते हुए भविष्य सवारने के लिये हड़ताल को सफल बनायें । भारतीय मजदूर संघ के ईसीएल प्रभारी तापस कुमार घोष ने गीत के माध्यम से कोलकर्मियों को हड़ताल को सफल बनाने की अपील किया ।
एचएमएस के शबे आलम ने भी केंद्र सरकार को झुकने के लिये इस हड़ताल को सफल बनाने की अपील श्रमिकों से किया । इंटक के एमडी नसरुद्दीन बीएमएस के असिमवा बनर्जी ने भी हड़ताल को ऐतिहासिक बनाने की अपील श्रमिकों से किया ।इस अवसर पर मुकेश तिवारी ,समेत सभी संगठनों के नेता और श्रमिक उपस्थित थे ।