पांडेश्वर -इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीवा रेड्डी द्वारा इंटक के दो दिग्गजों राजेन्द्र प्रसाद सिंह और ददई दुबे को एक साथ लाने और सुलह कराने की खबर से इंटक कर्मियों में खुशी देखी जा रही है। इंटक नेता सुनील कर्मकार का कहना है कि दोनों लोगों के चलते और न्यायलय में विवाद जाने के कारण सभी इंटक को समाप्त होते देख रहे थे, लेकिन एक बार फिर इंटक अपने श्रमिकों के बल पर श्रमिक हितों के लिये लड़ाई लड़ेगी और भारत सरकार और कोल इंडिया प्रबंधन द्वारा इंटक को सभी बैठकों से बाहर करने की नीति को भी माकूल जवाब इंटक देगा, उन्होंने कहा कि आज कोल कर्मियों के दसवां वेतन बोर्ड में इंटक को नहीं बैठने का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. अब इंटक सभी मतभेद भुलाकर एक साथ श्रमिक हितों की लड़ाई लड़ने को तैयार है।
Last updated: जून 29th, 2018 by