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दुर्गापुर आईएनटीटीयूसी का आपसी संघर्ष, दिखेगा सड़क पर

फ़ाइल फोटो

दुर्गापुर -दुर्गापुर में आईएनटीटीयुसी का आपसी संघर्ष प्रकाश में आया है, आईएनटीटीयुसी के जिला अध्यक्ष विश्वनाथ पड़ियाल 31 अगस्त को दुर्गापुर स्टील प्लांट गेट के समक्ष अपना शक्ति प्रदर्शन किये थे. इसी का जवाब देने के लिए ट्रेड यूनियन के पूर्व अध्यक्ष प्रभात चटर्जी 10 तारीख को दुर्गापुर स्टील प्लांट गेट के समक्ष अपनी ताकत दिखलायेंगे. विश्वनाथ पड़ियाल के सभा में उपस्थित पश्चिम बर्धमान जिला तृणमूल कांग्रेस के कार्यकारी सभापति उत्तम मुखर्जी, नगर निगम के चेयरमैन मृगेन्द्रनाथ पाल, एमआईसी धर्मेंद्र यादव, राखी तिवारी सहित कुछ पार्षद मौजूद थे.मगर 10 तारीख को प्रभात चटर्जी के नेतृत्व में जो सभा होने जा रही है,

उसमें संभवता ट्रेड यूनियन के चेयरमैन वी.शिवदासन दासु, स्टेट प्रेसिडेंट दोला सेन, मंत्री मलय घटक, दुर्गापुर के पूर्व मेयर अपूर्व मुखर्जी, उप मेयर अनीता मुखर्जी सहित पार्षद, वोरो चेयरमैन के उपस्थित रहने की संभावना बनी हुई है. अब देखना यह है कि प्रभात चटर्जी की सभा में कौन दिग्गज नेता उपस्थित रहते हैं, इस सभा को लेकर विभिन्न जगहों पर सभा आयोजित की जा रही है, साथ ही सभी श्रमिकों को कहा जा रहा है कि अधिक से अधिक संख्या में लोग वहाँ पहुँचे. कल रात को आमराई मोड़ के समीप ट्रेड यूनियन ऑफिस के समक्ष एक सभा आयोजित की गई. जिस में उपस्थित दुर्गापुर ठेका मजदूर श्रमिक कांग्रेस के सचिव हिमांशु,शेख सहाबुद्दीन, अतहर, राजू, मानिक, देवाशीष चक्रवर्ती, वीरेन बनर्जी सहित कार्यकर्ता मौजूद थे.
 सभा को संबोधित करते हुए हिमांशु ने बताया कि दुर्गापुर स्टील प्लांट गेट के समक्ष 10 तारीख को सभा आयोजित की जाएगी, मगर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का निर्देश है कि एक प्लांट में एक ही ट्रेड यूनियन रहेगी, मगर दुर्गापुर इलाके के नेता ममता बनर्जी की बात को पीछे करते हुए अपनी मनमानी कर रहे हैं, जिसके चलते श्रमिकों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है. श्रमिकों का कहना है कि किसके पास जाएं अपने कामों को लेकर अगर विश्वनाथ पड़ियाल के पास जाते हैं तो प्रभात चटर्जी के लोग नाराज होते हैं और प्रभात चटर्जी के पास जाते हैं तो विश्वनाथ पड़ियाल के लोग नाराजगी दिखलाते हैं, जाए तो कहां जाए और इसका फायदा भाजपा उठा रही है.
 प्रभात चटर्जी के लोगों का कहना है कि ममता बनर्जी ने ट्रेड यूनियन की घोषणा की थी.जिसमें विश्वनाथ पड़ियाल को पश्चिम बर्धमान का अध्यक्ष बनाया गया. हम लोग सर्वसम्मति से मांनते हैं, मगर हम लोग को हटाकर सीपीएम के साथ हाथ मिलाकर प्लांट में दादागिरी करेंगे तो हम लोग बर्दाश्त  नहीं करेंगे. 31 तारीख को सभा के दौरान हम लोगों को नहीं बुलाया गया. हम लोगों को लेकर चलना होगा. वहीं दूसरी तरफ पड़ियाल के समर्थकों का कहना है कि ममता बनर्जी ने हमें दायित्व दिया है, हम अपनी तरफ से ट्रेड यूनियन को संचालित करेंगे. जिसको लेकर तृणमूल का आपसी संघर्ष फिर प्रकाश में आया है.
 अब देखना यह है कि कौन किस पर भारी पड़ता है.दुर्गापुर के अधिकांश श्रमिकों का कहना है कि विश्वनाथ पड़ियाल कांग्रेस के विधायक होते हुए तृणमूल पर अधिकार चलाना चाहते हैं, जो तृणमूल के पुराने श्रमिक हैं वह पसंद नहीं करते, वह नहीं चाहते हैं कि पड़ियाल प्लांट में अपना दादागिरी करे. विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्लांट के अंदर कॉन्टेक्टर का भी यूनियन नहीं चाहता है कि पड़ियाल अपनी गंदी राजनीति का विस्तार करें. सीपीएम के कुछ वरिष्ठ नेता नहीं चाहते हैं कि कांग्रेस के विधायक पड़ियाल प्लांट में श्रमिक नेताओं पर अपना दादागिरी दिखलाए. उधर कांग्रेस तो चाहती ही नहीं अब देखना यह है कि प्लांट में प्रभात चटर्जी का चलता है या विश्वनाथ पड़ियाल का.
 10 तारीख को सभा से ही पता चल पाएगा की प्लांट में प्रभात चटर्जी,विश्वनाथ पड़ियाल पर भारी पड़ते हैं या पड़ियाल. मगर यह जानना भी है कि दुर्गापुर स्टील प्लांट सहित विभिन्न कल- कारखानों में प्रभात चटर्जी के नेतृत्व में जो काम हुआ है, उससे श्रमिक बहुत ही खुश है. कारण श्रमिकों के मृत्यु पर मैनेजमेंट के साथ बैठकर मृत श्रमिक के परिवार को नौकरी के साथ पैसा दिलाना प्रभात चटर्जी ने कर दिखलाया है, जिसके कारण ही श्रमिक विभाग चटर्जी को ही चाहते हैं.
Last updated: सितम्बर 8th, 2018 by Durgapur Correspondent