बच्चों को शिक्षा के प्रति सजग रहने की ज़रूरत–संजय कुमार
केंदुआ /धनबाद – इंडियन पब्लिक स्कूल करकेन्द बाज़ार में दसवीं कक्षा का विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बच्चों के द्वारा कई प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का मंचन किया गया। इस समारोह में प्राचार्य के द्वारा केक काटकर कार्यक्रम का प्रारंभ किया गया। बच्चों ने ‘नानी तेरी मोरनी के’ गीत पर दर्शकों को झूमा दिया। कक्षा 4 की साक्षी ग्रुप ने ‘बदरी की दुल्हनिया’ सॉन्ग पर नृत्य कला का प्रदर्शन किया, जिसने दर्शकों को झूमने पर विवश कर दिया। इसके साथ ही, ‘यारा तेरी यारी’ नाटक मंचन किया गया, जिसे लोगों ने देखकर खूब वाहवाही की। इस पूरे कार्यक्रम की एंकरिंग का काम छात्राओं ने बखूबी संभाला। विद्यालय के आखिरी पलों को दसवीं कक्षा के बच्चों ने इंजॉय किया। उन्होंने अपने बेटे को याद करते हुए अपनी खट्टी-मीठी यादों को साझा किया। प्राचार्य संजय कुमार अपने अभिभाषण में बच्चों को शिक्षा के प्रति सजग रहने का आश्वासन दिया, साथ ही, उनको पढ़कर ज़िंदगी में आगे बढ़ने के प्रति प्रेरित किए। सचिन शौण्डिक ने एक मोटिवेशनल कहानी के द्वारा बच्चों को उत्प्रेरित किया। निदेशक संजय चौबे ने बच्चों को पढ़ाई में सुस्ती न बरतने के लिए कहा उन्होंने कहा कि गुरु ही किसी देश के कर्णधार होते हैं, उन्हीं के द्वारा भावी भविष्य का सांचा गढ़ा जाता है। उन्हीं के बताए गए रास्ते पर चलना चाहिए।
शिक्षक ग़ुलाम ग़ौस ने पत्रकार को बताया कि आईपीएस पिछले 15 सालों से शिक्षा के क्षेत्र में अपना सराहनीय योगदान दे रहा है और भावी भविष्य के निर्माताओं को तत्पर करने में संलग्न है। विद्यालय में इस प्रकार के कार्यक्रमों के संचालन से बच्चों की प्रतिभा का प्रदर्शन होता है।
विद्यालय कार्यकारिणी समिति के सदस्यगण एनपी शर्मा, घनश्याम मंडल, बिरेन मुखर्जी, संतोष कुमार आदि ने छात्र-छात्राओं के भावी भविष्य के लिए शुभकामनायें दिए
उपरोक्त कार्यक्रम को सफल बनाने में शुभ्रा बनर्जी, अन्नु साव, संजय मिश्रा, रोहित पासवान, प्रशांत कुमार, विशाल वर्णवाल, रीता पांडे, प्रेमनाथ प्रसाद, रिंकी, माला, गजाला, सीमा, मीरा, मुन्नी मिस आदि समस्त शिक्षक–शिक्षिकाओं का योगदान रहा। कार्यक्रम का समापन विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक एसएन पाठक ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ संपन्न किया।