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सालानपुर में कार्तिक पूर्णिमा पूजा में पहुँचे विधान कहाँ कार्तिक पूजा का है, विशेष महत्त्व

सालानपुर। कार्तिक मास(नवंबर) के शुक्ल पक्ष में आने वाली पूर्णिमा कार्तिक पूर्णिमा कहलाती है। इस पूर्णिमा को त्रिपुरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है, इस दिन पवित्र नदियों में स्नान और दीपदान करने की परंपरा है।

बुधवार को पश्चिम बर्द्धमान तृणमूल कॉंग्रेस जिला अध्यक्ष सह बाराबनी विधायक विधान उपाध्याय ने सालानपुर ब्लॉक अंतर्गत सामडीह पंचायत के सामडीह एवं पाताल में आयोजित कार्तिक पूजा में भाग लिया एवं पूजा अर्चना करते हुए कहा कार्तिक पूर्णिमा का दिन देवी-देवताओं को खुश करने का दिन होता है, इसीलिए इस दिन लोग पवित्र गंगा में डुबकी लगाकर और दान-दक्षिणा करके पुण्य कमाया जाता है। इसके साथ ही इस दिन हवन, दान, जप, तप आदि धार्मिक कार्यों का विशेष महत्त्व बताया गया है। उन्होंने कहा कि इस दिन कार्तिक स्नान करने और भगवान हरि विष्णु की पूजा करने से भक्तों को सौभाग्य की प्राप्ति होती है, हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्त्व है।

उन्होंने कहाँ भगवान हरि से मेरी प्राथना है सबके जीवन में खुशहाली आए साथ ही पूरा देश कोरोना मुक्त हो जाए। मौके पर सालानपुर ब्लॉक तृणमूल महासचिव भोला सिंह, सामडीह पंचायत प्रधान जनार्दन मंडल,गौरांगो तिवारी समेत भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

Last updated: नवम्बर 17th, 2021 by Guljar Khan