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इम्पेक्स फैरो एंड पॉवर प्लांट के प्रदूषण से त्रस्त ग्रामीणों का हल्लाबोल, पाईप जलापूर्ति को काटा, प्लांट बंद करने की मांग

कल्याणेश्वरी। कल्याणेश्वरी औद्योगिक क्षेत्र कोदोभीटा स्थित इम्पेक्स फैरो एंड पॉवर लिमिटेडफैक्ट्री के शोरगुल,वायु और ध्वनि प्रदूषण के कारण आम लोगों को घर पर रहना मुश्किल हो गया है । पॉवर प्लांट से निकलने वाली प्रदूषण से क्षेत्र के लगभग 3 से 4 किलोमीटर का पूरा क्षेत्र प्रभावित है, खास कर प्लांट के निकट पूरणडीह एवं कोदोभिटा गाँव पूर्ण रूप से प्रभावित है । लगातार फ़रियाद और आन्दोलन के बाद भी कोई रास्ता नहीं निकलने से बाध्य होकर गुरुवार को पूरणडीह के सैकड़ों आदिवासी ग्रामीणों ने प्रबंधन के विरुद्ध हल्ला बोल दिया, एवं पॉवर प्लांट को सप्लाई होने वाली मुख्य पाईप लाईन एवं गार्ड रूम को क्षतिग्रस्त कर दिया । जलापूर्ति बाधित होने के कारण प्रबंधन को बाध्य होकर प्लांट को बंद करना पड़ा । इधर घटना की सूचना मिलते ही भारी संख्या में कुल्टी थाना, चौरंगी फाड़ी, कल्याणेश्वरी फांड़ी के पुलिस मौके पर पहुँचकर उग्र ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, किन्तु ग्रामीण पॉवर प्लांट को पूर्ण रूप से बंद करने की जिद पर अड़े रहे । ग्रामीणों का कहना है कि पॉवर प्लांट की प्रदूषण धूल डस्ट उड़कर पीने के पानी और खाने में बैठ जाती है, जिससे गाँव के कुछ लोगों में तरह-तरह की बीमारियों का प्रकोप देखने को मिल रहा है ।


प्रदूषण को लेकर बार-बार आन्दोलन और गेट जाम से हमलोगों का कोई भला नहीं हुआ,इसलिए आज बाध्य होकर कारखाने की पानी की लाइन काट दी गईं और विरोध प्रदर्शन किया गया। अगर पानी की आपूर्ति काट दी जाती है,तो इंपेक्स फैरोटेक फैक्ट्री का अपना बिजली संयंत्र बंद हो जाएगा। हमलोग चाहते हैं कि फैरो प्लांट चालू रहे लेकिन बिजली संयंत्र को तुरंत बंद कर दिया जाए। इस क्षेत्र में अन्य कई कारखाने हैं लेकिन उनसे कोई शिकायत नहीं है । आखिरकार एसीपी (वेस्ट) उमर अली मोल्लापुलिस बल के साथ घटना स्ताहल का निरीक्षण कर ग्रामीणों से वार्ता किया एवं ग्रामीणों को सकारात्मक पहल करने का आश्वासन दिया, साथ ही उन्होंने फैक्ट्री प्रबंधन से वार्ता कर मामले की जानकारी ली ।


इस संदर्भ में गाँव की एक युवती ने कहा कि इंपेक्स प्रदूषण से गाँव के लोगों का गुजारा मुश्किल हो गया है, एक और सरकार कोरोना से सचेत कर रही है, तो दूसरी ओर हमलोग जबरन धूल फकने पर मजबूर है । यहाँ के लोग कोरोना से कम इस प्लांट के प्रदूषण से ज्यादा मर रहें है । मामले को लेकर इम्पेक्स प्रबंधन से संपर्क करने का प्रयास किया गया, किन्तु कोई जवाब नहीं मिला, समाचार लिखे जाने तक क्षेत्र में भरी संख्या में पुलिस बल तैनात थी ।

Last updated: मई 27th, 2021 by Guljar Khan