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पूर्व व पश्चिम बर्द्धमान जिले में अवैध बालू का कारोबार शुरू

दुर्गापुर न्यूज़ पूर्व व पश्चिम बर्द्धमान जिले में लॉकडाउन के मद्देनजर बालू घाट लगभग डेढ़ महीने से बंद था। राज्य के मुख्य सचिव के निर्देश पर पूर्व व पश्चिम बर्दमान जिले के सभी बालू घाट को कुछ शर्तों पर फिर से खोलने की अनुमति जिला शासक विजय भारती ने दे दी है।

जिला मजिस्ट्रेट के निर्देश के अनुसार वाहन उन सभी स्थानों की यात्रा करेंगे जहाँ बालू घाट से बालू लेकर निर्माण कार्य जिले में ही बालू को भेजा जाएगा। किसी भी घाट के समीप बालू का भंडारण नहीं कर सकते। वाहन किसी भी नियंत्रण क्षेत्र से नहीं जाएगी या नहीं आएगी। जिले के बाहर से कोई भी वाहन बालू घाट में नहीं जा सकता है। बालू घाट में काम कर रहे मजदूर व वाहन कर्मियों को मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंस का पालन करने का निर्देश भी दिया गया है।

इन तमाम निर्देशों को ताक पर रखकर बालू घाट के मालिक मानसून आने के पहले ऊंचे स्थानों पर बालू का भंडारण कर रहे हैं। साथ ही अन्य जिलों से वाहन बर्द्धमान सदर थाना अंतर्गत बर्द्धमान सदर बालू घाट गल्सी थाना अंतर्गत सिल्ला घाट कांकसा थाना अंतर्गत सिलामपुर बालू घाट और इलंमबाजार स्थित अजय नदी बालू घाट पर आकर प्रतिदिन सैकड़ों ट्रकों में बालू लोड करते देखा जा रहा है। प्रशासन और भूमि राजस्व विभाग के अधिकारी मूक दर्शक बनी हुई है।

विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली है कि अवैध बालू माफियाओं ने योजनाबद्ध तरीके से पैड के माध्यम से बालू की तस्करी कोलकाता तथा अन्य जिलों में की जा रही है तथा बालू माफियाओं को शासक दल के कुछ नेताओं का सरंक्षण प्राप्त है। यही  कारण  है अवैध बालू का कारोबार बेरोकटोक चलता है और कोई आवाज नहीं उठाने की हिम्मत भी नहीं कर पाता है ।

साफ तौर पर बालू घाटों पर प्रशासन के निर्देशों की अवहेलना करते कारोबारियों को देखा जा सकता है। अगर समय रहते सरकार इस ओर ध्यान नहीं दी तो प्रतिदिन सरकारी राजस्व को लाखों रुपया का नुकसान होता रहेगा।

पूर्व बर्धमान जिला मजिस्ट्रेट विजय भारती ने सफाई देते हुए बताया कि अवैध बालू के आरोप में बालू घाट के मालिक के खिलाफ जाँच शुरू किया जाएगा। यदि आरोप सिद्ध होता है तो घाट के मालिक के अनुमोदन को रद्द कर कानूनी कार्यवाही की जाएगी। इसके अलावा जिले के बाहर से सैकड़ों वाहनों को इस जिले में प्रवेश किया है। इसकी भी जाँच की जाएगी।

 

पिछले मजिस्ट्रेट ने बालू माफियाओं की कमर तोड़ दी थी

प0 बर्धमान के पिछले मजिस्ट्रेट शशांक सेट्ठी ने बालू माफियाओं पर काफी हद तक नकेल कस दिया था । नियम काफी कड़े कर दिये थे और उसकी सख्त निगरानी की व्यवस्था भी कर दी थी । लॉकडाउन के बीच में ही उनका तबादला हो गया और बालू माफियाओं  ने फिर से सर उठाना शुरू कर दिया है ।


(संवाददाता :रमेश कुमार गुप्ता , बुदबुद)

Last updated: मई 29th, 2020 by News Desk Monday Morning