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पुरुलिया जिला में नेता और प्रशासन के मिली भगत से चल रहा है अवैध लोहे का कारोबार

पुरूलिया। कबाड़ी के नाम पर पुरुलिया जिले में स्थानीय नेताओं एवं पुलिस प्रशासन के सहयोग से अवैध लोहे का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है।

ज्यादातर लोहा ईसीएल के बंद तथा चालू खदानों से लाया जाता है और जिले में स्थित छोटे-बड़े लोह अयस्क कारखाने में आपूर्ति की जाती है।

इसके कारण ई सी एल के साथ-साथ राज्य सरकार को भी करोड़ों का नुकसान हो रहा है। दूसरी ओर लोहा माफिया मालामाल हो रहे हैं।

इस संदर्भ पुरुलिया जिला भाजपा अध्यक्ष विवेक रंगा का कहना है कि सरकारी संपत्ति को टीएमसी नेता व प्रशासन के मिली भगत के कारण सरकारी संपत्ति का लूट हो रहा है।

जो की उचित नहीं है। इसका रोक लगाने हेतु ठोस कार्रवाई करनी चाहिए। साथी उन्होंने कहा कि लोहा के अवैध कारोबार में तृणमूल नेता और प्रशासन तथा इससे जुड़े लोहा माफिया का मिली भगत होने के कारण ही क्षेत्र में ईसीएल के बंद पड़े तथा चालू खदानों से लोहा चोरी कर एक गोदाम के माध्यम से दूसरे गोदाम में पहुंचाया जाता है।फिर वहां से कल कारखाना में सप्लाई किया जाता है ।

जिससे सरकार को करोड़ों रुपया का नुकसान हो रहा है। वहीं दूसरी ओर पुरुलिया तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष सौमेन बेलथरिया का कहना है कि भाजपा हमेशा झूठा आरोप लगाते हैं,वे लोगों को भलाई तो करना नहीं चाहते हैं और आरोप लगाने से पीछे नहीं हटते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर लोहा का कारोबार होता होगा तो उसे पर ठोस कार्रवाई करेंगे।

इस कारोबार का संचालक रघुनाथपुर अनुमंडल के एक लोहा माफिया द्वारा किया जा रहा है।
मालूम हो कि जिले में लोहा माफियाओं द्वारा ई सी एल के बंद और चालू खदानों से लोहा चोरी करवाया जाता है और उसे कबाड़ी के नाम पर बनाए गए गोदाम में जमा किया जाता है और फिर वहां से एक अन्य गोदाम में ले जाया जाता है।

इस गोदाम में लोहा जमा हो जाने के बाद जिले के ज्यादातर छोटे और बड़े लोहा कारखानों में भेज दिया जाता है। जानकारों का कहना है कि इस पूरे अवैध कारोबार का संचालन रघुनाथपुर के एक लोहा माफिया द्वारा किया जा रहा है, जिसे स्थानीय नेताओं और पुलिस का संरक्षण प्राप्त होने के कारण किसी प्रकार की असुविधा नहीं होती है। इस कारण इलाके में अवैध लोहा का कारोबार धड़ल्ले से फल-फूल रहा है।

सूत्रों का यह भी कहना है कि इस तरह के अवैध लोहा के कारोबार का सबसे अधिक नुकसान ई सी एल को हो रहा है। यदि समय रहते इस तरह के कारोबार पर रोक नहीं लगाया गया तो स्थिति बद से बद्तर हो जायेगी।

ईसीएल के बंद पड़ी रानीपुर और भामूरिया आदि कोलियारियों से चुराये गये लोहा माफिया द्वारा खरीदा जाता है और स्थानीय कल कारखानों में सप्लाई किया जाता है।
लोहा माफियाओं के कारण कई कोलियरिया खंडहर ही नहीं खतरनाक हो गई है।

दूसरी ओर यह भी कहा जा रहा है कि इस तरह के अवैध कारोबार के कारण क्षेत्र में आपराधिक गतिविधियां काफी बढ़ गयी।

Last updated: सितम्बर 24th, 2023 by Guljar Khan