खबर सुनें :
एक ही चालान में दो बार कोयला ले जाने का गोरखधंधा चल रहा है
सूत्र बताते हैं कि एक ही कागजात पर कोयला टपाने का गोरखधंधा वर्षों से चल रहा है। बताया जाता है कि कोयले के सभी सही कागज़ातो के साथ कांटा व सीआईएसएफ चेकपोस्ट से कोयला लदा हाइवा पास कराया जाता है और फिर कोयला दूसरी जगह खपाने के बाद फिर हाइवा दोबारा कोयला लोड करने कोलियरी पहुँचते है। फिर उसे उसी कागजात पर दूसरी बार पास कर दिया जाता है। इसमें बाबुओं व सुरक्षा कर्मियों की मेहरबानी होती है। हाइवा चालक इस काम में समय का भी ख्याल रखते हैं। ताकि बाबुओं की ड्यूटी रहते वह कोयला खपाकर लौट आये। ताकि सबकुछ ठीकठाक किया जा सके।
इस तस्करी में बड़े अधिकारी से लेकर सीआईएसएफ व पुलिस की भी मिलीभगत से इंकार नहीं किया जा सकता। हालांकि कभी-कभी पुलिस व सीआईएसएफ को कानों कान खबर हुए बिना ही तस्कर यह काम बड़ी चालाकी से कर देते हैं । चालाकी ऐसी बरती जाती है कि आप पकड़ ही नहीं पाएंगे जबतक कि निर्धारित जगहों की बजाय कोयला दूसरी जगह पर अनलोड होते न पकड़ा जाए।
यह एक हाई प्रोफाइल रैकेट का काम है
मामले में ट्रांसपोर्टर से लेकर हाइवा मालिक तक शक के घेरे में है। चूंकि हाइवा में जीपीएस सिस्टम भी लगा होता है, जिससे ट्रांसपोर्टर व मालिक अपने वाहन के पल पल की खबर ले सकते हैं । इस वजह से बीना ट्रांसपोर्टर व मालिक को पता चले हाइवा कहीं दूसरी जगह नहीं जा सकता । पुलिस व सीआईएसएफ इस मामले में ठीक से जाँच करें तो कई सफेदपोश लोगों की गर्दन फँस सकती है ।
ज्ञात हो कि धनबाद एसएसपी किशोर कौशल के निर्देश पर गोविन्दपुर थाने की पुलिस ने एक हाई प्रोफाइल कोयला के कारोबार का भांडाफोड़ किया है।मंगलवार की रात थाना प्रभारी रणधीर कुमार के नेतृत्व में जिले के जाने-माने उद्योगपति दीपक पोद्दार के माँ भद्रकाली हार्डकोक भट्टा में छापेमारी कर अवैध कोयले से लदी दो हाइवा जब्त की है।साथ ही पुलिस ने मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
कनकनी के पीओ ए के सिंह ने कहा कि – लोडिंग वावु जगेस्वर दास पर इन मामले में पूछताछ के बाद होगा कार्यवाही
थानेदार रणधीर कुमार ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि लंबे अरसे से वहाँ अवैध तरीके से कोयले के कारोबार की सूचना पुलिस को मिली थी जिसके बाद टीम बनाकर उनके नेतृत्व में छापेमारी की गई तो ये सफलता मिली।कोयले को कनकनी कोलियरी से लोड किया गया था एवं बालाजी इंटरप्राइजेज में ले जाया जाना था लेकिन उसे माँ भद्र काली में गिराया जा रहा था।जब्त किये गए कोयले की कीमत लगभग 2.5 लाख रुपये आंकी गयी है।भट्टे के प्रोपराइटर दीपक पोद्दार समेत कुल पाँच लोगों पर मामला दर्ज किया जा रहा है।पकड़े गए लोगों में दो हाईवा के ड्राइवर हैं जबकि दो भट्टा के मुंसी शामिल हैं।
करीब दो साल पहले पकड़ा गया था एक मामला
18 जनवरी 2018 को भी तत्कालीन थानेदार नीलेश कुमार के समय कनकनी से कोयला लदा हाइवा लूटकर राजगंज के भट्टे में पहुँचाया गया था। पुलिस भट्टे से कोयला लदा हाइवा जब्त कर थाना आई थी। इस कांड में सफेदपोश व अपराधी किस्म के लोग शामिल थे।
सीआईएसएफ़ ने ट्रांसपोर्टर को ज़िम्मेवार ठहराया
सिजुआ एरिया सीआईएसएफइंस्पेक्टर, क्रिस्टोफर डुंगडुंग ने कहा कि सीआईएसएफ चेकपोस्ट से नियमानुसार कागजात जाँच करके ही कोयला लोड हाइवा निकला है, चालान के माध्यम से । सीआईएसएफ द्वारा कोई गड़बड़ी नहीं हुई है । इसमें सरासर ट्रांसपोर्टर की गलती है , तभी कोयला लदा हाइवा पश्चिम बंगाल के बालाजी एंटरप्राइज में न जाकर दूसरे जगह चला गया । इस मामले में सीआईएसएफ अपने स्तर से जाँच कर रही है । सीआईएसएफ इसकी रिपोर्ट अपने उच्च अधिकारियों व बीसीसीएल को सौंपेगी । अवैध रूप से कोयला दूसरे डिपो में गिराए जाने की सूचना मिली है । यहाँ से सही कागजात पर कोयला निकला है परंतु बीच रास्ते में यह गोरखधंधा किया गया है ।
लोयाबाद थाना प्रभारी रमेश चन्द्र सिंह ने कहा कि स्थानीय पुलिस भी मामले में नजर रखे हुये है। पुलिस अपने स्तर से जाँच कर अवैध धंधे में शामिल लोगों पर कानूनी कार्यवाही करेंगी ।