मजदूर संगठन इफटू के तरफ से सरकार द्वारा कोल इंडिया का शेयर बेचने और मेडिकल स्किम के नाम पर श्रमिकों के वेतन से 40हजार रुपया काटने के खिलाफ झांझरा परियोजना में विक्षोभ प्रदर्शन किया गया. इस अवसर पर इफटु के महासचिव कन्हैया बर्नवाल ने कहा कि आज देश के सभी उद्योगों में कार्य करने वाले कर्मियों और उद्योगो का हाल बद से बदतर होती जा रही है, कोयला उद्योग को सरकार बेचने की पूरी तैयारी कर लिया है और धीरे-धीरे सभी हिस्सा बेचकर कर्मियों को ठेकेदारों के हवाले कर देगी.
केंद्र के इस फैसले के खिलाफ केंद्रीय मजदूर संगठनों ने भी चुप्पी साधी हुई है. श्रमिकों को अपने हक के लिये संगठित होकर केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ व्यापक आंदोलन करने की जरूरत है. श्रमिकों के वेतन से मेडिकल स्किम के नाम 40 हजार रुपया काटने के प्रबंधन के निर्णय को बदलना होगा. कैन्हैया बर्नवाल ने कहा कि अब समय आ गया है कि हम सभी श्रमिकों को झंडा का रंग त्याग कर सरकार और प्रबंधन के खिलाफ आवाज़ उठाने के लिए एक साथ आंदोलन करना होगा. इससे पहले श्रमिकों ने झांझरा परियोजना में जुलूस निकाला और नारा लगाया. सभा में राजेन्द्र प्रसाद, महेंद्र पण्डित, एमपी चौहान, रामचन्द्र महतो समेत भारी संख्या में श्रमिक उपस्थित थे.