रूपनारायणपुर फाड़ी प्रभारी सिकंदर आलम ने गंगासागर तीर्थ यात्रियों की सेवा की
सालानपुर । अगर इन्सान मानवता को आश्रय दे तो कोई भी बंधन बाधा और परंपरा उनका राह नहीं रोक सकती, क्योंकि धर्म और मजहब नहीं सिखाता है बैर रखना । बस इसी कथन को रूपनारायणपुर स्थित झारखण्ड बंगाल सीमा पर रूपनारायणपुर फांड़ी प्रभारी सिकंदर आलम ने चरितार्थ कर दिखाया और सैकड़ों किलोमीटर दूर राजस्थान के भीलवाड़ा जिला से गंगासागर को जा रहे श्रद्धालुओं की उन्होंने सेवा की ।
राजस्थान से गंगासागर जा रही बस को रुकवाकर उनकी सेवा की
पेट्रोलिंग गस्ती पर उन्होंने देखा कि श्रद्धालुओं से भरी बस बंगाल के गंगासागर मेला जा रही है । उन्होंने बड़े ही प्रेम से पहले बस को रुकवाया, हालाँकि पुलिस को देखकर चालक और श्रद्धालु भयभीत हो गए किन्तु बाद में सभी को उन्होंने आदरपूर्वक पेय जल, चाय, काफी और नास्ता का पैकेट दिया साथ ही उन्होंने श्रद्धालुओं की यात्रा की मंगलकामना की ।
भावविभोर तीर्थयात्रियों ने आशीर्वाद में दी पगड़ी
बंगाल पुलिस की सेवा भाव से विभोर श्रद्धालु राजस्थानी अतिथियों ने फांड़ी प्रभारी सिकन्दर आलम से आनंदित होकर उन्हें पगड़ी भेंट की और कहा बेटा हम राजस्थानी प्राण दे सकते है किन्तु पगड़ी नहीं और जिन्हें पगड़ी देते है उसके लिए इससे बड़ा कोई सम्मान नहीं । साथ ही श्रद्धालुओं ने सेवा में लगे सभी पुलिस टीम एवं सीपीवीएफ़ जवान को भी आशीर्वाद दिया ।