आँधी-तूफान से गरीब महिला का घर गिरा, कोई सुध लेने वाला नहीं
गोमो : लालूडीह गाँव की रहने वाली, नबीना खातून का घर बीते 30 अप्रैल को आई तेज आँधी-पानी में अल्बेस्टर सहित दो कमरों का पक्का पूरा घर गिर गया । पूरा परिवार बेघर हो गया लेकिन आज तक कोई अधिकारी या नेता उसकी कोई मदद के लिए आगे नहीं आए ।
नबीना खातून ने बताया कि मेरा घर गिरे करीब दो महीना हो चला है । हमने इसकी लिखित जानकारी तोपचांची ब्लॉक के अंचल अधिकारी के ऑफिस को दिए हैं, पर आज तक कोई देखने तक नहीं आया । उसने बताया कि मैं एक गरीब महिला हूँ । मेरे पति की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। 3 बार सिर का ऑपरेशन हुआ है, वो कोई काम नहीं करते हैं । मैं भीख मांग कर किसी तरह गुजर बसर करती हूँ । एक बेटी, दो बेटा, दो बहु और पोता-पोती के साथ इसी दो कमरे के घर में मैं रहती थी। एक बेटा मजदूरी का काम करता है ।
हमलोगों ने किसी तरह थोड़ा पैसा जोड़कर दो कमरे का घर बनाया था पर वह भी गिर गया । हम लोग किराये के घर पर रह रहे हैं । बहुएं अपनी नैहर चली गयी है । समझ में नहीं आता कि क्या करें कहाँ जाएं ? कोई देखने वाला नहीं है, हमने इस उम्मीद से ब्लॉक के सीओ को जानकारी दी थी कि कुछ सरकारी मदद मिलेगा या प्रधानमंत्री आवास योजना से मेरा घर बन जायेगा पर आज तक कुछ नहीं मिला । सरकारी योजनाएँ सिर्फ सुनने को मिलती है ।
मामले पर गाँव के समाज सेवी व वार्ड सदस्य हफीजुद्दीन अंसारी इस गरीब के घर को बनवाने में लगे हुए हैं । उन्होंने बताया कि अब प्रधानमंत्री आवास प्रतीक्षा सूची के अनुसार ही मिलता है फिर भी हमने गाँव के मुखिया और तोपचांची अंचल अधिकारी को इसकी जानकारी दे दिए हैं ।
अंसारी ने कहा कि आँधी-तूफान से उसका घर उजड़ने से उस गरीब परिवार को भारी दिक्कत हो रही है, पूरा परिवार जहाँ-तहाँ गुजर बसर कर रहे हैं। जिस घर में ये लोग किराया पर रह रहे थे उसने भी खाली करने को कह दिया है, आखिर ये लोग बरसात में छोटे-छोटे बच्चे लेकर कहाँ जाएँगे । हम घर बनवाने की कोशिश में लगे हुए हैं ।
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