कोलइंडिया की मानकीकरण (स्टेडराइजेशन) कमिटी की हिमांचल प्रदेश की धर्मशाला में मैराथन बैठक चल रही रही है । एचएमएस के तरफ से नाथूलाल पांडेय और एसके पांडेय ने कमिटी के अध्यक्ष सह एनसीएल के सीएमडी पीके सिन्हा और कोलइंडिया के कार्मिक निदेशक समेत सभी उपस्थित अधिकारियों को कह दिया है कि जब अधिकारियों को वर्ष 2017 के जनवरी महीना से ग्रेच्यूटी का लाभ 20 लाख कर दिया गया है तो कोलकर्मियों को क्यों नहीं मिलेगा ।
जब कोलइंडिया के अन्य इकाइयों में कोलकर्मियों को उच्च शिक्षा पर उसके अनुसार पदनाम दिया जा रहा है तो ईसीएल में क्यों नहीं ? पीस रेटेड कर्मियों के साथ भो भेदभाव क्यों ? यह बर्दाश्त नहीं होगा । अगर प्रबंधन तुगलक शाही नीति अपनाता है तो वे करे , एचएमएस अपने कर्मियों के बल पर उनका जायज हक को ले लेगा ।
बैठक में अब सभी मुद्दों को लेकर प्रबंधन और बीएमएस के डॉ० बीके राय बाइएन सिंह एटक के रमेन्द्र कुमार और सीटू के प्रतिनिधि के साथ मीटिंग हो रही है ।