आसनसोल -सोमवार को पश्चिम बंगाल त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बंगाल की पुरानी चुनावी संस्कृति एक बार फिर झलकी. चुनाव के दौरान जमकर हिंसा, मारपीट, धमकाना, भागना दिनभर जारी रहा. विभिन्न स्थानों पर हुई हिंसक झड़पों में 14 लोगों की मौत और पचास लोगों के घायल होने सूचना है. चुनाव के दौरान बुथो पर हुई हिंसा, बैलेट बॉक्स लूट, बमबाजी, गोलीबारी, आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओ पर गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से जवाब तालाब किये है. हालाँकि संध्या पाँच बजे तक 72.50 फीसद मतदान दर्ज किये गए. लेकिन विरोधी इससे संतुष्ट नहीं है. जानकारी के अनुसार उत्तर 24 परगना के आमडांगा में मतदान करने जा रहे माकपा समर्थक की बम मारकर हत्या कर दी गई. दक्षिण 24 परगना के कुलतली में तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या, नदिया जिले के शांतिपुर में एक तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता का शव बरामद, बिलकांडा में भाजपा समर्थक राजू विश्वास पर चाकू से हमला, कूचबिहार के दिनाहाटा में बम फटने से एक टीएमसी कार्यकर्ता ने अपना न हाथ गंवाया, रानीगंज के बांसरा में भी बमबाजी की सूचना, कुछ जगहों पर कथित रूप से टीएमसी कार्यकर्ता पोलिंग बूथ के बाहर लोगों को वोट डालने जाने से रोकते दिखे, भांगर में टीएमसी पर बूथ कैप्चरिंग के आरोप, कूचबिहार में राज्य मंत्री रवीन्द्र नाथ घोष पर भाजपा समर्थक को थप्पड़ मारने का आरोप, उत्तर 24 परगना में रविवार की रात को सीपीएम के एक कार्यकर्ता के घर में आग लगी दी गई जिसमें कार्यकर्ता और उसकी पत्नी जिंदा जल गई, हिंसा में पाँच स्थानीय पत्रकारों के घायल होने की खबर हैं, दक्षिण 24 परगना के भांगर में मीडिया कि गाड़ी में आग लगाये जाने की सूचना है. उल्लेखनीय है कि राज्य में 58 हजार 692 सीटों के लिए पंचायत चुनाव होने थे. इनमें से 20 हजार 76 सीटों पर तृणमूल प्रत्याशियों को निर्विरोध जीत मिली है. सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से निर्विरोध चुने गए उम्मीदवारों को अभी सर्टिफिकेट जारी नहीं करने का आदेश दिया है. 17 मई को चुनाव के नतीजे आएंगे.
हिंसा, मारपीट, धमकाना, भागना दिनभर जारी रहा
Last updated: मई 14th, 2018 by