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चिरेका भी बंद करा देंगे सांसद – सुभाष महाजन, हिंदुस्तान केबल्स पुनर्वासन कमिटी अध्यक्ष

सालानपुर। हिंदुस्तान केबल्स उजड़ने के बाद अब सांसद महोदय की निगाह चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना पर है। जिसे भी बंद करा कर ही दम लेंगे । 2014 में उनका कदम रूपनारायणपुर हिंदुस्तान केबल्स में पड़ा था आज परिणाम सबके सामने हैं। अब 2019 के लोकसभा चुनाव में उनका कदम चित्तरंजन में पड़ चुका है और वे वहाँ के जनता को गुमराह कर रहे हैं। उक्त बातें सोमवार को हिंदुस्तान केबल्स पुनर्वासन कमिटी के अध्यक्ष सुभाष महाजन ने जनसंपर्क अभियान के दौरान कही। उन्होंने कहा कि आखिर रूपनारायणपुर की जनता से सांसद बाबुल सुप्रियो की क्या दुश्मनी थी। 2014 से पहले रूपनारायणपुर की जनता उन्हें अपना लगता था। अब ऐसा क्या हुआ कि यहाँ के लोग पराए हो गए, यह बात प्रमाणित करती है कि सांसद ने रूपनारायणपुर की जनता से छल किया है, जिसके कारण आज दो हजार परिवार सड़क पर आ चुकी है। चुनाव जीतने के बाद यहाँ की जनता के साथ सांसद ने अबीर और गुलाल खेला था, किंतु अब वह यहाँ के लोगों से नजर तक नहीं मिला पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना द्वारा उत्पाद को सांसद सराह रहे हैं। किंतु सत्य यह है कि अब चिरेका सिर्फ असेंबलिंग कारखाना बन कर रह गई है। निजी कंपनियों को लाभ पहुँचाने के लिए केंद्र सरकार की अगुवाई में अब यहाँ इस्तेमाल किए जाने वाली हर पार्ट्स और सामग्री निजी कंपनियों द्वारा आपूर्ति की जा रही है और इस बात से चित्तरंजन की एक-एक जनता वाकिफ़ है। अपनी नाकामी को छुपाने के लिए वे दूसरों पर आरोप मढ़ रहे हैं "आप सांसद और भारी उद्योग मंत्री, केंद्र में आप की सरकार और जवाब कोई और दे बड़ा ही मजाकिया अंदाज है। तृणमूल सांसद प्रार्थी मुनमुन सेन समेत बाराबनी विधायक विधान उपाध्याय ने कहा है कि यदि मुनमुन सेन सांसद बनती है तो पहला कार्य हिंदुस्तान केबल्स पुनरोदधार का होगा। अगर सांसद को यहाँ के लोगों की चिंता होती तो स्कूल, मार्केट, अस्पताल, बिजली, पानी, नहीं बंद करवाते । हिंदुस्तान केबल्स पुनर्वासन कमिटी के लोग घर घर तक पहुँच रहे हैं, और यह लड़ाई दो हजार परिवार की हक की है। जो मरते दम तक जारी रहेगी। मौके पर मोहन कुमार, दीनानाथ पंडित, जितेंद्र श्रीवास्तव, रंजीत यादव, अनुपम दास, अमर राम, चंदन बाध्यकर, संदीप रजक, रौशन ठाकुर, लखन रजक, समेत अन्य उपस्थित थे।

मुनमुन सेन के लिए प्रचार करते हिंदुस्तान केबल्स पुनर्वास कमिटी के सदस्य

सालानपुर। हिंदुस्तान केबल्स उजड़ने के बाद अब सांसद महोदय की निगाह चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना पर है। जिसे भी बंद करा कर ही दम लेंगे । 2014 में उनका कदम रूपनारायणपुर हिंदुस्तान केबल्स में पड़ा था आज परिणाम सबके सामने हैं। अब 2019 के लोकसभा चुनाव में उनका कदम चित्तरंजन में पड़ चुका है और वे वहाँ के जनता को गुमराह कर रहे हैं। उक्त बातें सोमवार को हिंदुस्तान केबल्स पुनर्वासन कमिटी के अध्यक्ष सुभाष महाजन ने जनसंपर्क अभियान के दौरान कही।

उन्होंने कहा कि आखिर रूपनारायणपुर की जनता से सांसद बाबुल सुप्रियो की क्या दुश्मनी थी। 2014 से पहले रूपनारायणपुर की जनता उन्हें अपना लगता था। अब ऐसा क्या हुआ कि यहाँ के लोग पराए हो गए, यह बात प्रमाणित करती है कि सांसद ने रूपनारायणपुर की जनता से छल किया है, जिसके कारण आज दो हजार परिवार सड़क पर आ चुकी है। चुनाव जीतने के बाद यहाँ की जनता के साथ सांसद ने अबीर और गुलाल खेला था, किंतु अब वह यहाँ के लोगों से नजर तक नहीं मिला पा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना द्वारा उत्पाद को सांसद सराह रहे हैं। किंतु सत्य यह है कि अब चिरेका सिर्फ असेंबलिंग कारखाना बन कर रह गई है। निजी कंपनियों को लाभ पहुँचाने के लिए केंद्र सरकार की अगुवाई में अब यहाँ इस्तेमाल किए जाने वाली हर पार्ट्स और सामग्री निजी कंपनियों द्वारा आपूर्ति की जा रही है और इस बात से चित्तरंजन की एक-एक जनता वाकिफ़ है। अपनी नाकामी को छुपाने के लिए वे दूसरों पर आरोप मढ़ रहे हैं “आप सांसद और भारी उद्योग मंत्री, केंद्र में आप की सरकार और जवाब कोई और दे बड़ा ही मजाकिया अंदाज है। तृणमूल सांसद प्रार्थी मुनमुन सेन समेत बाराबनी विधायक विधान उपाध्याय ने कहा है कि यदि मुनमुन सेन सांसद बनती है तो पहला कार्य हिंदुस्तान केबल्स पुनरोदधार का होगा। अगर सांसद को यहाँ के लोगों की चिंता होती तो स्कूल, मार्केट, अस्पताल, बिजली, पानी, नहीं बंद करवाते । हिंदुस्तान केबल्स पुनर्वासन कमिटी के लोग घर घर तक पहुँच रहे हैं, और यह लड़ाई दो हजार परिवार की हक की है। जो मरते दम तक जारी रहेगी।

मौके पर मोहन कुमार, दीनानाथ पंडित, जितेंद्र श्रीवास्तव, रंजीत यादव, अनुपम दास, अमर राम, चंदन बाध्यकर, संदीप रजक, रौशन ठाकुर, लखन रजक, समेत अन्य उपस्थित थे।

Last updated: अप्रैल 22nd, 2019 by Guljar Khan