दुर्गापुर -दुर्गापुर के सिटी सेंटर सृजनी सभागार में दुर्गापुर हिंदी विकास मंच की ओर से हिंदी साहित्य सामाजिक एवं सांस्कृतिक समरसता के विकास पर सेमिनार का आयोजन किया गया। मौके पर मुख्य तौर से आसनसोल नगर निगम के मेयर सह पांडेश्वर विधायक जितेंद्र तिवारी उपस्थित थे। सेमिनार में दुर्गापुर शहर एवं आसपास के इलाकों से काफी संख्या में साहित्यिकार, लेखक, समाज सेवी, बुद्धिजीवी लोग उपस्थित थे। सेमिनार में हिंदी भाषा के विकास के साथ-साथ संस्कृति एवं साहित्य को विकसित कर जन-जन तक प्रसार करने पर सहमति जतायी गई। मेयर जितेंद्र तिवारी ने कहा कि हिंदी भाषा का महत्त्व देश-विदेश के कोने-कोने में है।
हिंदी किसी की मोहताज नहीं है। राज्य में हिंदी भाषा के विकास के साथ-साथ हिंदी भाषी लोगों का विकास के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। बंगाल में हिंदी भाषी हमलोगों के पूर्वज रोजी-रोटी के उद्देश्य से आये थे। जीवनभर सादा जीवन यापन कर अपने गाँव के लिए कमाए ,लेकिन अब बदलाव आया है। नए युग के शिक्षित हिंदी भाषी युवा वर्ग हर क्षेत्र में बेहतर प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। राज्य का विकास में शिक्षित हिंदी भाषी युवा पीढ़ी की जरूरत है। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जाति, भाषा और धर्म से हटकर समाज का विकास करने में लगी है। हिंदी भाषी लोगों का वर्तमान सरकार में जो महत्त्व है वह दूसरे राज्य में नहीं मिलेगी। मंच के माध्यम से समाज के शिक्षित मेधावी युवा वर्गों को जोड़कर साहित्य एवं संस्कृति का प्रसार करना चाहिए। सरकार की ओर से हिंदी के विकास के लिए हरसंभव सहयोग दिया जाएगा।
मौके पर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल एएसपी यूनिट के असिस्टेंट कमांडेंट अशोक कुमार झा, टीडीबी कॉलेज के महेंद्र कुशवाहा, आसनसोल के मनोज यादव, एएसपी के पूर्व जीएम एस.एस. उपाध्याय, एमआईसी राखी तिवारी, धर्मेंद्र यादव, रीना चौधरी, असीमा चक्रवर्ती ,रविंदर राम ,चंद्रशेखर बनर्जी के अलावा केंद्रीय विद्यालय सीएमईआरआई के प्राचार्य हीरालाल, अध्यापक रंजीत कुमार, प्रदीप यादव, लालबाबू प्रसाद, राजू सिंह के अलावा विभिन्न व्यक्ति गण उपस्थित थे। मंच का संचालन जेपीएन ओझा ने किया।