पांडेश्वर । खेन्द्रा कॉलेज के हिंदी विभाग में मंगलवार दिनांक 17 सितंबर को हिंदी दिवस के उपलक्ष्य पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गोष्ठी का विषय “हिंदी की वर्तमान स्थिति” था। कार्यक्रम का संचालन कॉलेज की हिंदी विभागाध्यक्ष सादिया परवीन ने की।
गोष्ठी के मुख्य वक्ता के रूप में काजी नज़रुल विश्वविद्यालय के कला संकाय के डीन प्रोफेसर डॉ० विजय कुमार भारती मौजूद थे। अतिथि वक्ता के रूप में हिंदी विभाग बलरामपुर कॉलेज पुरुलिया की प्रवक्ता सुश्री सरिता कुमारी भी मौजूद थी।
कार्यक्रम का प्रारंभ कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रोफेसर संजीव कुमार हाजरा के वक्तव्य से हुआ। एक बांग्ला भाषी होने पर भी उन्होंने अपना पूरा भाषण हिंदी में दिया।उन्होंने हिंदी की संवैधानिक स्थिति पर बात करते हुए अपनी मातृभाषा का प्रयोग करने पर जोर दिया चाहे वह हिंदी हो या बांग्ला।
अतिथि वक्ता सुश्री सरिता कुमारी ने हिंदी के विश्वरूप,उसकी स्थिति, प्रयोग क्षेत्र पर बात करते हुए विस्तार से इसकी चर्चा की।
मुख्य वक्ता प्रोफेसर डॉ० भारती ने हिंदी की वर्तमान स्थिति पर बात करते हुए कहा भाषा प्रेम ही भाषा को आगे बढ़ा सकता है।भाषा में बड़ी शक्ति होती है जो कोई भी परिवर्तन ला सकती है।हिंदी त्याग और बलिदान से बनी भाषा है। प्रोफेसर भारती ने हिंदी और बांग्ला के कवियों का उदाहरण प्रस्तुत कर विद्यार्थियों को दूसरी भाषा सीखने के लिए प्रोत्साहित किया।
अन्य वक्ता के रूप में कॉलेज के प्राध्यापक अरुण कुमार साह, अमन विश्वकर्मा, अमन विश्वकर्मा ने अपने अपने विचार रखे और कविता पाठ की।
धन्यवाद ज्ञापन विभाग की प्राध्यापक प्रीति सिंह ने की।कार्यक्रम में अन्य विभाग के प्राध्यापक गण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।