भूली। धनबाद का भूली क्षेत्र इन दिनों भारी बिजली संकट से जूझ रहा है। भूली वासियों से लगातार मिल रही शिकायत के आधार पर हमने जाँच किया तो पाया कि स्थिति वास्तव में काफी गंभीर है। दिन में तीन से पाँच घंटे की पावर कट सामान्य बात है। कभी कभी दिन भर बिजली नहीं रहती है रात में काफी पावर कट रहता है और बिजली रहती भी है तो वोल्टेज बहुत कम। लोगों की शिकायत है कि भारी पवार कट के कारण फ्रिज भी नहीं काम करता है और फ्रिज में रखा खाना खराब हो जाता है। यह स्थिति पिछले दो-तीन महीने से चल रही है वह भी तब धनबाद के कोयले से देश के ज़्यादातर ताप विद्युत केन्द्रों में बिजली उत्पादन होता है। बिजली कि इस अवस्था से लोगों में काफी आक्रोश है।
भूली बिजली पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित हैं : सीता राणा
धनबाद जिला महिला कॉंग्रेस जिलाध्यक्ष, सीता राणा का कहना है कि एशिया की सबसे बड़ी कोयला श्रमिक नगरी भूली आज उपेक्षाओं का दंश झेल रहा। भूली के लोगों से बीसीसीएल प्रबंधन पहले ही सुविधा छीन ली है। राज्य की भाजपा सरकार की योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल रहा है। लोग बिजली पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित हैं। भूली में बिजली संकट गहराता जा रहा है। भूली वासियों को आठ से दस घंटा ही बिजली मिल पा रहा है। अभी ये हाल है तो गर्मी में क्या हाल होगा सोच कर ही लोगों के पसीने छूट रही है। भाजपा की रघुवर दास सरकार धनबाद को तो पूर्ण विद्युतीकरण का तमगा तो पहना गए मगर लोग बिजली के लिए त्राहिमाम कर रहे। भूली व आसपास के क्षेत्र का आलम यह है कि कुछ स्थानों पर बल्ब का फिलामेंट दिखता है। लो वोल्टेज के कारण लोगों को बिजली रहने पर भी मोमबत्ती का इस्तेमाल करना पड़ता है। भाजपा सरकार महज योजनाओं का शिलान्यास करने और विकास को कागजों पर दौड़ाना व लोगों को गुमराह करने भर का काम है। जनता मूलभूत सुविधा के लिए भी त्राहिमाम कर रही है।