लोयाबाद। वासेपुर में हुए लाला हत्याकांड मामले में आजसु जिलाअध्यक्ष मंटू महतो के पिता की कार बैंकमोड़ पुलिस द्वारा शक के आधार पर ले जाया गया था। घटना में कार की कोई संलिप्तता नहीं पाए जाने पर जाँच के बाद कार को छोड़ दिया गया। इस मामले को लेकर बुधवार को आजसु जिलाध्यक्ष मंटू महतो ने एक प्रेस ब्यान जारी कर कहा कि लाला हत्याकांड में किसी के सूचना या शक के आधार पर मेरे पिता की कार संख्या जेएच10 क्यों 6040 को जाँच हेतु बैंकमोड़ पुलिस ले गई थी।
आई टेन गाड़ी पिताजी की है
वह गाड़ी मेरे पिताजी की है जो बीसीसीएल में ड्यूटी के दौरान ही खरीदी गई थी और महिनों से घर में पड़ी है। जिसका सीसीटीवी फुटेज हमलोगों द्वारा पुलिस को उपलब्ध कराया गया और पुलिस ने जाँचोपरांत गाड़ी छोड़ दिया। मंटू ने बताया कि लाला हत्याकांड प्रकरण में मृतक से कभी भी उनका किसी प्रकार का परिचय, मिलना या संबंध नहीं रहा है । वह एक सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ता है। इस तरह का चरित्र या आचरण उनका या उनके परिवार का नहीं है और इस तरह के आचरण पर विश्वास भी नहीं करते है।
मुझे बदनाम करने की राजनीतिक साजिश :-मंटू महतो
उन्होंने कहा कि वे लोग तीन भाई है , उनका 12-14 साल का दो बेटा है और एक 2 साल का भतीजा है , इसके अलावे उनका कोई भतीजा नहीं है। आगे कहा कि वह महिनों से स्वयं, अपने बच्चे और माँ के बीमारी से काफी परेशान है। ऐसी स्थिति में यह उन्हें बदनाम करने की कोई राजनीतिक साजिश भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि पुलिस काण्ड का अनुसंधान कर रही है । उनहे पुलिस के अनुसंधान पर पूरा विश्वास है ।