झामुमो के केंद्रीय उपाध्यक्ष-सह- पुर्व मंत्री हाजी हुसैन अंसारी ने पारा शिक्षकों एवं पत्रकारों पर हुई लाठी चार्ज की कड़े शब्दों में निंदा की है।राज्य में प्रजातंत्र नहीं रह गया है। जब सरकार प्रजा के हित की बात नहीं सोचकर पूंजीपतियों की सोचने लगे और उनके साथ हो रहे व्यवसाय की सोचने लगे, तब तक ऐसा ही होता रहेगा।
पारा शिक्षक अपनी जायज मांग के लिये लडाई लड़ रहे हैं। सरकार जिस तरह से उनके ऊपर डंडा बरसाया, वह गलत और निंदनीय है। पत्रकारों को भी नहीं बख्सा गया। उनके कैमरे तक तोड़ डाले गए। यह झारखंड राज्य के लोगों का अपमान है। डंडे बरसाकर सरकार ने अपनी सोच को जाहिर कर दिया है।
भाजपा सरकार जनता को कटोरा थमाया है। मुझे लगता है अब इस सरकार को जवाब देने का समय आ गया है। ऐसी सरकार को जनता वोट नहीं दे सकती है। यह सरकार जनता के हित के लिए नहीं बल्कि अपनी पार्टी, और पार्टी से जुड़े लोगों की सोचती है। ऐसी पार्टी की इस देश को और इस राज्य को जरूरत नहीं है। जनता इसका जवाब निश्चित देगी।
सिर्फ झारखंड राज्य में ही पारा शिक्षकों की मांग को पूरा नहीं किया जा रहा है। बिहार, बंगाल और जहां कहीं भी पारा शिक्षक है वहाँ उसकी मांग को पूरा किया जाता रहा है। उसी आधार पर यहाँ भी पारा शिक्षकों की मांग को पुरा किया जाना चाहिए। जो शिक्षक बच्चे को शिक्षा देने का काम कर रहे हैं उन्हें आठ दस हज़ार देने में परेशानी हो रही है, और दारू बेचने वाले को सरकार बीस पच्चीस हजार रुपये दे रही है।