केंद्र की जनविरोधी नीतियों, सरकारी संस्थानों को निजी हाथों में सौंपने की साजिश, मंहगाई समेत कई मुद्दों को लेकर केंद्रीय श्रमिक संगठनों की ओर से 8 एवं 9 जनवरी को दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल की घोषणा की गई है। उस हड़ताल को सफल करने के लिए श्रमिक संगठनों की ओर से लगातार प्रचार-प्रसार अभियान चलाया जा रहा है।
इस क्रम में शुक्रवार को शहर के सिटी सेंटर, बस पड़ाव पर सीटू, एटक, इंटक समेत विभिन्न संगठनों की ओर से संयुक्त रूप से सभा का आयोजन किया गया। जिसमें सीटू के जिलाध्यक्ष विनय कृष्ण चक्रवर्ती, भजन चक्रवर्ती समेत कई नेता मौजूद थे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार लगातर जनविरोधी नीतियाँ अपना रही है। जिससे आम जनता परेशान है। पेट्रोलियम पदार्थों के साथ-साथ दैनिक उपयोग की सभी वस्तुओं की कीमत बढ़ती जा रही है।
मंहगाई रोकने में सरकार पूरी तरह विफल रही है। दूसरी ओर सरकार केंद्रीय संस्थाओं को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी कर रही है। यही वजह है कि सेल की इकाई एएसपी को निजी हाथों में देने की कोशिश केंद्र सरकार कर रही है। कोयला उद्योग को भी निजी हाथों में देना चाहती है।